Suresh Kashyap Interview: 'कांग्रेसी भी मांगें राहुल गांधी के नाम पर वोट', शिमला के BJP प्रत्याशी सुरेश कश्यप का इंटरव्यू
Suresh Kashyap Interview शिमला से बीजेपी प्रत्याशी सुरेश कश्यप का दैनिक जागरण के राजन पुंडीर ने साक्षात्कार लिया। Suresh Kashyap ने इंटरव्यू के दौरान उन्होंने अपनी विपक्षी कांग्रेस पार्टी को लेकर भी तंज कसा कि कांग्रेसी भी राहुल गांधी के नाम पर वोट मांगें। कांग्रेसी उम्मीदवार को लेकर उन्होंने कहा कि पिता छह बार सांसद रहे यह बेटे की उपलब्धि नहीं।
जागरण संवाददाता, शिमला। शिमला से बीजेपी प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने दैनिक जागरण के राजन पुंडीर के साथ बातचीत की। इस दौरान सुरेश कश्यप ने कहा कि सांसद बनने के बाद कोरोना के कारण तीन वर्ष ही काम करने का मौका मिला। शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए 27 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट स्वीकृत करवाए हैं।
साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस शिमला संसदीय क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी एवं सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भाजपा व देश के नेता हैं, इसलिए उनके नाम पर वोट मांगते हैं। कांग्रेस भी राहुल गांधी के नाम पर वोट मांगे, हमें आपत्ति नहीं है। 2014 से पहले भारत विश्व की 11वीं बड़ी अर्थव्यवस्था थी, जो प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनी है। मोदी के नेतृत्व में विश्व में भारत की अलग पहचान बनी है।
शिमला संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार सुरेश कश्यप से दैनिक जागरण के लिए राजन पुंडीर ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों व चुनौतियों पर बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश:
प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। आपके संसदीय क्षेत्र में राजधानी तो है ही, पांच कैबिनेट मंत्री, तीन सीपीएस और कैबिनेट रैंक लिए दो और नेता हैं। लगता नहीं कि आधी सरकार आपके सामने है, मुकाबला कड़ा है?
सुरेश कश्यप- मुकाबला बेशक कड़ा है, लेकिन यह देश का चुनाव है। लोकसभा चुनाव में मतदाता राष्ट्रीय मुद्दों को ध्यान में रखते हैं। इस समय देश के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं। कांग्रेस के नेताओं ने भी यह बात स्वीकार कर ली है। मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने के लिए जनता वोट करेगी। आप इस बार किन मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में जा रहे हैं?
भाजपा अपना दृष्टिपत्र तैयार कर रही है। भाजपा के जो राष्ट्रीय मुद्दे हैं, वह मेरे भी मुद्दे हैं। जिस प्रकार से कांग्रेस तुष्टीकरण और परिवारवाद की नीति पर चल रही है, वह देश के सामने बड़ा मुद्दा है। 10 वर्षों में देश में विकास के ऐतिहासिक कार्य हुए हैं, जो बड़े मुद्दे हैं।
कांग्रेस की ऐसी कौन सी कमजोरी है, जो आपके लिए लाभदायक साबित हो रही है या होगी?सुरेश कश्यप- हिमाचल कांग्रेस में वर्तमान में हद से ज्यादा कलह और गुटबाजी है। वह तो अभी तक प्रत्याशियों के चयन में उलझी है। विधानसभा चुनाव में इन्होंने लोगों से जो झूठी गारंटियां दी थीं, वे अब कांग्रेस के लिए गले की फांस बन गई हैं। आपदा के समय कांग्रेस सरकार ने राहत राशि की बंदरबांट की तथा चहेतों को ही आपदा में लाभ पहुंचाया, उसका भी जनता हिसाब करेगी।
कांग्रेस ने डेढ़ हजार से अधिक संस्थान एक साल में बंद किए। डेढ़ वर्ष में एक भी नया पटवारखाना या स्कूल कहीं नहीं खोल पाए। विकास बहुत बड़ा मुद्दा है, डेढ़ वर्ष में प्रदेश के विकास को ग्रहण लग चुका है।आरोप लगाया जाता है कि आप थे तो सांसद, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष बन कर रह गए, क्या कहेंगे?सुरेश कश्यप- जब मै प्रदेश अध्यक्ष था, प्रदेश के साथ अपने शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए बराबर समय दिया। मेरे प्रदेश अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान कोविड महामारी आई। कोविड में हमने प्रदेश की जनता के लिए मास्क, सैनिटाइजर, दवाएं और खाना उपलब्ध करवाया ताकि प्रदेश में कोई भी भूखा न सोए।
आपके सामने कांग्रेस के विनोद सुल्तानपुरी हैं, इनके पिता छह बार यहां के सांसद रहे हैं। आपको क्या लगता है, इस बार चुनाव कड़ा होगा?सुरेश कश्यप- विनोद सुल्तानपुरी के पिता छह बार सांसद रहे तो इसमें कोई बड़ी उपलब्धि क्या है। केवल परिवारवाद ही है। शिमला संसदीय क्षेत्र से 13 बार कांग्रेस के सांसद रहे हैं। शिमला संसदीय क्षेत्र के लिए कौन सा बड़ा प्रोजेक्ट लाए, जनता को बताएं। मैंने तीन वर्ष में संसदीय क्षेत्र के लिए 27 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट स्वीकृत करवाए। सांसद निधि की राशि को 17 विधानसभा क्षेत्रों में बराबर बांटा है। विनोद सुल्तानपुरी की केवल एक ही उपलब्धि है कि उनके पिता छह बार सांसद रहे हैं। इसके अलावा उनकी कोई विशेष उपलब्धि नहीं है।
चुनाव प्रचार में अक्सर पीएम मोदी के नाम का सहारा लिया जा रहा है। आपके क्षेत्र की ही बात नहीं, हर जगह ऐसा ही है। आप कब तक मोदी के नाम पर वोट मांगते रहेंगे?सुरेश कश्यप- कांग्रेस भी राहुल गांधी के नाम पर वोट मांगे, हमने तो कभी मना नहीं किया। मोदी हमारे नेता हैं, उनके नाम पर हम वोट मांगेंगे, यह हमारा हक है। मोदी ने काम किए हैं। आज वह विश्व के सबसे प्रसिद्ध नेता हैं। कांग्रेस को भी राहुल गांधी को आगे कर उनके नाम पर वोट मांगने चाहिए। हमारे नेता ने काम किया है, जनता तक उनकी उपलब्धियां को पहुंचाएंगे, इसमें कोई बुराई नहीं हैं।
आप इस बार भी मैदान में हैं, जनता क्यों आपको फिर वोट दे। आपने क्या उल्लेखनीय कार्य किया है, जिस पर आप जनता से वोट मांगेंगे?सुरेश कश्यप- शिमला संसदीय क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को जनता के बीच लेकर जा रहे हैं। चाहे वह सेब की बात हो, नकदी फसल की बात हो, हम दृष्टिपत्र तैयार कर रहे हैं। इसमें शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों की अलग-अलग मांगों और समस्याओं व उनके समाधान को लेकर आएंगे।
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सिरमौर जिले में हाटी समुदाय का मामला हर बार छाया रहता था। केंद्र ने तो इस पर साहस दिखाया, लेकिन इस पर अभी पेच कहां फंसा हुआ है?
सुरेश कश्यप- भारतीय जनता पार्टी ने सिरमौर की जनता से जो वादा किया था, वह हमारे प्रधानमंत्री मोदी व गृह मंत्री अमित शाह ने पूरा किया है। सिरमौर के ट्रांसगिरी के लोगों को एसटी का दर्जा दिलाया है। अब मामला न्यायालय के विचाराधीन है, इसलिए इस विषय पर अधिक बात नहीं करना चाहूंगा मगर भाजपा के नेताओं ने जो वादा जनता से किया था, वह पूरा किया है।सोलन जिले में प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। यहां उद्योगपतियों की समस्याएं भी अधिक हैं। इनके समाधान के लिए कोई खाका तैयार किया है?
सुरेश कश्यप- कांग्रेस सरकार के डेढ़ वर्ष के कार्यकाल में प्रदेश से बहुत सारे उद्योग दूसरे राज्यों को पलायन कर गए हैं। इसका मुख्य कारण प्रदेश की कांग्रेस सरकार तथा उद्योग विभाग में भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा है। स्क्रैप और खनन माफिया के साथ कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता शामिल हैं। उद्योगपतियों को जिस प्रकार से परेशान किया जा रहा है, इसलिए वे हिमाचल से पलायन करने को मजबूर हुए हैं।औद्योगिक क्षेत्र के लिए रेलवे नेटवर्क महत्वपूर्ण होता है। 10 वर्ष से केंद्र में भाजपा की सरकार है, क्यों अब तक रेललाइन से औद्योगिक क्षेत्र नहीं जुड़ पाया है?सुरेश कश्यप- औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन को रेललाइन से जोड़ने के लिए चंडीगढ़-बद्दी रेललाइन का कार्य चल हुआ है। यह जल्द पूरा होगा। पूर्व की कांग्रेस सरकारों ने औद्योगिक क्षेत्र में रेल नेटवर्क के लिए प्रयास नहीं किए, जिसके चलते देरी हुई है। अगले पांच वर्ष में बीबीएन के साथ सिरमौर जिला के औद्योगिक क्षेत्र भी रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएंगे।कांग्रेस ने सोलन जिला से प्रत्याशी दिया है, आप सिरमौर से हैं, क्या इसका कोई प्रभाव होगा?सुरेश कश्यप- इससे पहले भी सिरमौर, सोलन और शिमला जिलों से प्रत्याशी रहे हैं। इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है। प्रत्याशी की पार्टी, उसकी विचारधारा तथा जनता के बीच उसकी पहुंच मायने रखती है।ऐसे कौन से मुद्दे हैं, जो आप पूरे नहीं कर सके हैं। आपके क्षेत्र की सबसे बड़ी क्या समस्या है?सुरेश कश्यप- अधिकतर कार्य पूरे किए हैं। शिमला संसदीय क्षेत्र में परवाणू-शिमला फोरलेन, श्रीरेणुकाजी बांध परियोजना, आईआईएम सिरमौर भवन का निर्माण, सुन्नी पावर प्रोजेक्ट, चंडीगढ़-बद्दी फोरलेन, पिंजौर-बीबीएन फोरलेन और मेडिकल डिवाइस पार्क नालागढ़ कार्य पूरे हुए हैं।ये भी पढ़ें: Himachal News: 'झूठ व डर के सहारे सत्ता पाना चाह रहे जयराम, जनता देगी जवाब', सीएम सुक्खू ने नेता प्रतिपक्ष पर बोला हमला
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