कारोबारियों को शिमला नगर निगम की आखिरी चेतावनी, 15 दिन में नहीं जमा किया किराया तो कटेगा बिजली-पानी
शिमला नगर निगम ने शहर ने शहर में 1350 से अधिक दुकानें स्टॉल और अन्य संपत्तियां कियाये पर दिया है जिसको लेकर अब निगम ने चेतावनी जारी की है। निगम ने 15 दिन के अंदर किराया जमा करने का समय दिया है। अगर तय समय पर किराया नहीं जमा हुआ तो बिजली व पानी का कनेक्शन काटा जा सकता है।
जागरण संवाददाता, शिमला। नगर निगम शिमला ने जिन कारोबारियों और संस्थानों को दुकानें व परिसर किराये पर दिए हैं, उन्हें दो वर्ष के किराये के बिल जारी किए जा रहे हैं। निगम प्रशासन ने 15 दिन में किराया जमा करवाने का समय दिया है।
तय समय पर यदि किराये का भुगतान नहीं किया जाता है, तो इनका बिजली व पानी कनेक्शन काटा जा सकता है। नगर निगम ने पहले इस बार ऑनलाइन बिल देने से लेकर जमा करवाने की सुविधा देने का प्लान तैयार किया था। इसमें कुछ तकनीकी खामियां आने के बाद से मामला अभी रुका है। इसके लिए अगले साल तक कारोबारियों को इंतजार पड़ सकता है। इससे निगम को करीब छह करोड़ रुपये से ज्यादा की आय होने की उम्मीद है।
1350 से ज्यादा दुकानों पर संकट
शिमला शहर में निगम निगम की 1350 से ज्यादा दुकानें, स्टाल और अन्य संपत्तियां हैं, जिसे किराये पर दे रखा है। अब निगम ने इन्हें किराये के बिल जारी किए है। निगम की शहर में 152 स्थानों पर जमीन लीज पर दे रखी है।
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इसमें पट्टाधारकों को भी किराये के बिल दिए गए है। कई मामलों पर लीज खत्म हो गई है। ऐसे में लीजधारकों को नए नियमों के तहत लीज को रिन्यू करवाना होगा। इसके तहत किराये में भी नगर निगम ने वृद्धि की है, जो रिन्यू के साथ लागू होगी।
कई बार जारी किए जा चुके हैं नोटिस
शहर के कारोबारियों से नगर निगम को करीब पांच करोड़ रुपये से ज्यादा की रिकवरी करनी है। इसको लेकर निगम ने कई बार बकायादारों को नोटिस जारी किए हैं। कई बार तो इन्हें बिजली व पानी कनेक्शन तक काटने को लेकर निगम ने नोटिस जारी किए हैं। इस बार फिर से 15 दिन में यदि किराया जमा नहीं करवाया जाता है, तो इनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी है।
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