Weather Updates: कड़ाके की ठंड ने जनजीवन किया अस्त-वयस्त, मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट; हिमपात की संभावना कम
मौसम विभाग ने रविवार को हिमाचल के चार जिलों मंडी कांगड़ा ऊना बिलासपुर में घनी धुंध के साथ शीतलहर चलने का यलो अलर्ट जारी किया है। अब 25 व 26 जनवरी को भी हिमपात व वर्षा होने की कम संभावना है। इसका सीधा असर कृषि और बागवानी के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। शीतलहर और धुंध का प्रभाव ऊना सहित कई अन्य जिलों में भी रहा।
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल में कड़ाके की ठंड और धुंध ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। शनिवार को कांगड़ा जिला के कई क्षेत्रों में दोपहर तक ही धूप निकली। यही कारण है कि कांगड़ा के अधिकतम तापमान में सबसे अधिक 6.5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई और सीजन में सबसे निचले स्तर 13.5 पर पहुंच गया।
शीतलहर और धुंध का प्रभाव ऊना सहित कई अन्य जिलों में भी रहा। हालांकि, ऊना के अधिकतम तापमान में 3.3 डिग्री की वृद्धि हुई और कांगड़ा के बराबर 13.5 ही दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान सोलन में 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, यानी प्रदेश में अधिकतम तापमान सभी स्थानों पर इससे कम दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने रविवार को भी चार जिलों मंडी, कांगड़ा, ऊना, बिलासपुर में घनी धुंध के साथ शीतलहर चलने का यलो अलर्ट जारी किया है। अब 25 व 26 जनवरी को भी हिमपात व वर्षा होने की कम संभावना है। इसका सीधा असर कृषि और बागवानी के साथ लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है।
किन्नौर, कुल्लू व शिमला में महसूस किए भूकंप के झटके
शनिवार को किन्नौर जिला सहित शिमला के ऊपरी क्षेत्रों व कुल्लू में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र किन्नौर के मूरंग लिप्पा खास में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर तीन आंकी गई है। कहीं से नुकसान की सूचना नहीं है। भूकंप शनिवार दोपहर दो बजकर 35 मिनट पर आया। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि ये झटके कई स्थानों पर महसूस किए गए हैं।
ऊना में सुबह 10 से दोपहर तीन बजे तक खुलेंगे स्कूल
अधिक ठंड व धुंध को देखते हुए प्रशासन ने ऊना जिला के सभी सरकारी व निजी स्कूलों का समय सुबह 10 से दोपहर तीन बजे करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में उपायुक्त राघव शर्मा ने आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि इन दिनों जिला में कोहरा व धुंध पड़ रही है। बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उच्च शिक्षा उपनिदेशक की सिफारिश के बाद स्कूलों की समयसारिणी बदलने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि कम किए गए समय की क्षतिपूर्ति प्रार्थना सभा व भोजन के समय को समाप्त कर पूरी की जाएगी। यह आदेश 22 से 31 जनवरी तक लागू रहेगा।