Mid-Day Meal वर्करों के लिए बड़ी खबर, नहीं जाएगी नौकरी; हिमाचल सरकार सीनियर सेकेंडरी स्कूल में करेगी तैनाती
हिमाचल (Himachal Pradesh News) के सरकारी स्कूलों में कार्यरत मिड-डे मील वर्करों की नौकरी अब सुरक्षित है। सीएम सुक्खू के आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने इन वर्करों को उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में तैनात करने का फैसला किया है। अब उन्हें स्कूलों में बच्चों को पीएम पोषण अभियान के तहत खाना बनाने के अलावा अन्य कार्य भी सौंपे जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, शिमला। मिड-डे मील वर्करों के लिए खुशखबरी है। सरकारी स्कूलों में कार्यरत मिड-डे मील वर्करों की नौकरी नहीं जाएगी। मुख्यमंत्री के आदेशों के बाद शिक्षा विभाग इनको उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में तैनात करेगा। अभी तक इनकी नियुक्ति प्राइमरी व मिडल स्कूलों में थी।
इनकी नियुक्ति स्कूलों में बच्चों को पीएम पोषण अभियान के तहत खाना बनाने के लिए की गई थी। अब उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं में इनसे चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों या अन्य तरह का कार्य लिया जाएगा। एक तरह से मल्टी टास्क वर्कर की तरह ही ये स्कूलों में सेवाएं देंगे।
सरकार के आदेशों के बाद शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रदेश सरकार ने हाल ही में 400 स्कूलों को मर्ज किया था, जबकि 99 को बंद कर दिया था। इनमें तैनात मिड-डे मील वर्कर की नौकरी पर संकट पैदा हो गया था।मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आश्वासन दिया था कि इन स्कूलों में तैनात मिड-डे मील वर्कर की नौकरी नहीं जाएगी। इसी को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने इन्हें एडजस्ट करने का तरीका निकाला गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।मर्ज किए स्कूलों में तैनात मिड-डे मील कर्मियों को नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। इनकी तैनाती उच्च व वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में की जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
-रोहित ठाकुर, शिक्षा मंत्री।