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ढहती इमारतें और चीखते लोग... हिमाचल में जब मौसम ने दिखाया रौद्र रूप, शिमला से लेकर कुल्लू तक सिर्फ तबाही

Himachal Pradesh Disaster हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में इस बार मानसूनी बारिश ने भयंकर तबाही मचाई है। शिमला से लेकर कुल्लू और मंडी से लेकर मनाली तक सिर्फ तबाही का मंजर है। प्रदेश में अभी तक 12 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। बारिश और भूस्खलन के कारण हजारों घरों को नुकसान पहुंचा है। 350 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

By Rajat MouryaEdited By: Rajat MouryaPublished: Fri, 25 Aug 2023 04:05 PM (IST)Updated: Fri, 25 Aug 2023 04:05 PM (IST)
हिमाचल में जब मौसम ने दिखाया रौद्र रूप, शिमला से लेकर कुल्लू तक सिर्फ तबाही

शिमला, जागरण डिजिटल डेस्क। Himachal Pradesh Disaster News हिमाचल में इस बार मानसूनी बारिश (Himachal Monsoon Rain) ने भयंकर तबाही मचाई। जुलाई में शुरू हुई बारिश ने पूरे प्रदेश में सबकुछ तहस-नहस कर के रख दिया। सरकारी आंकड़ों की मानें तो अभी तक प्रदेश में 12 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हो चुका है। शिमला, कुल्लू, मंडी, मनाली, चंबा और कांगड़ा जिलों में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने से भयंकर तबाही मची है।

हिमाचल प्रदेश में इस मानसून में तीन बार भारी बारिश हुई। सबसे पहले 9 और 10 जुलाई को मंडी और कुल्लू जिलों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई। इसके बाद, 14 और 15 अगस्त को शिमला और सोलन जिले बारिश और भूस्खलन से प्रभावित हुए। चलिए अब आपको सिलसिलेवार तरीक से बताते हैं कि हिमाचल में भूस्खलन (Himachal landslide) और बादल फटने (Cloudburst In Himachal) से कब-कब तबाही मची।

शिमला के समरहिल में भूस्खलन

शिमला के समरहिल इलाके में स्थित शिव मंदिर में भूस्खलन (Shiv Mandir Landslide) के कारण भयंकर तबाही मची। भूस्खलन उस समय हुआ जब मंदिर पर अचानक पहाड़ का बड़ा हिस्सा टूटकर गिर पड़ा। इस हादसे में अभी तक 17 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 15 से 20 लोग इस हादसे में घायल हुए। हादसे के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा भी लिया। यहां पढ़ें पूरी खबर...

शिमला के कृष्णा नगर में पहाड़ का हिस्सा गिरा

शिमला के कृष्णा नगर में 15 अगस्त को कुछ ऐसा हुआ जिससे हर कोई सहम गया। कृष्णा नगर में एक पूरी की पूरी पहाड़ी दरक गई और देखते ही देखते उसकी चपेट में कई घर आ गए। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। इस खौफनाक मंजर का एक वीडियो भी सामने आया है। इसके नीचे शहर का स्लॉटरहाउस भी चलता था। यह पूरी तरह से मलबे में गायब हो गया। यहां पढ़ें पूरी खबर....

कुल्लू में भूस्खलन, कई इमारतें गिरी

शिमला की तरह ही हिमाचल के कुल्लू (Kullu Tragedy) में भी हालात खराब हैं। 24 अगस्त को कुल्लू से एक वीडियो सामने आया। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे पल भर में ही कई इमारतें और भवन भूस्खलन से जमींदोज हो गए। यह हादसा कुल्लू के आनी में हुआ। वीरवार सुबह आठ बजे कई मकान ताश के पत्तों की तरह ढह गए। गनीमत ये रही है कि हादसे से पहले सभी इमारतों को खाली करवा लिया गया था। इस हादसे में करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ है। यहां पढ़ें पूरी खबर...

मंडी में भूस्खलन और बादल फटने से तबाही

मंडी में भी भारी बारिश और भूस्खलन से हर तरफ तबाही का मंजर है। बीते दिनों मंडी के सराज विधानसभा क्षेत्र की तीन पंचायतों खोलानाल, कुकलाह और कशौड़ में लैंडस्लाइड ने स्थानीय लोगों को बर्बादी की कगार पर ला दिया। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कुकलाह, शारटी व राजकीय प्राथमिक स्कूल खोलानाल के भवन को भारी क्षति पहुंची।

यहां किसानों व बागवानों की सैकड़ों बीघा भूमि भूस्खलन की भेंट चढ़ गई। वहीं, मंडी केबगलामुखी माता मंदिर के पास पहाड़ी दरकने से 22 के करीब घर असुरक्षित हो गए हैं। स्थानीय निवासी लाला राम ने बताया यहां पहाड़ी दरकने से घर दो दो फीट तक धंस गए हैं। यहां पढ़ें पूरी खबर...

ब्यास नदी में बही 3 मंजिला इमारत

हिमाचल में जुलाई के महीने में जब बारिश का दौर लगातार जारी था तो उस समय ब्यास नदी उफान पर थी। 13 जुलाई को ब्यास नदी की चपेट में आने से 3 मंजिला इमारत बह गई थी। कुल्लू निवासी देवेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी जीवन भर की कमाई से बनाए घर को ब्यास नदी कुछ ही मिनट में बहा ले गई। इसके बाद से वह किराये पर रहने को मजबूर हैं। बता दें कि तीन मंजिला घर के 18 कमरे थे, लेकिन ब्यास कुछ ही मिनट में पूरे घर को बहा ले गई। यहां पढ़ें पूरी खबर...


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