Mukesh Agnihotri Profile: हिमाचल के डिप्टी CM होंगे मुकेश अग्निहोत्री, जानें कैसा रहा सियासी सफर
Himachal Pradesh CM मुकेश अग्निहोत्री को राजनीतिक विरासत परिवार से मिली है। उनके पिता ओंकार चंद शर्मा ने 1998 में संतोषगढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था। अग्निहोत्री ने 2012 से 2017 के दौरान कांग्रेस की सरकार में उद्योग मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Mukesh Agnihotri Profile: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के नए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू होंगे साथ ही मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी मिली है। ये पहला मौका हे जब राज्य में पहली बार डिप्टी सीएम बनाया जाएगा। मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) कौन हैं, हिमाचल की सियासत में उनका क्या कद है, कैसी राजनीति में एंट्री हुई ये हम आपको बताएंगे इस रिपोर्ट में।
पत्रकार से बने नेता
मुकेश अग्निहोत्री का जन्म पंजाब के संगरूर में 9 अक्टूबर 1962 को ओंकार चंद शर्मा के घर हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा ऊना जिले में ही हुई। इसके बाद उन्होंने गणित से एमएससी की डिग्री ली। बाद में उन्होंने पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा इन पब्लिक रिलेशन किया और पत्रकार बन गए। राजनीति में आने से पहले मुकेश अग्निहोत्री ने शिमला में 10 साल तक और दिल्ली में चार साल तक पत्रकारिता भी की थी। मुकेश पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेहद करीबी रहे हैं। अग्निहोत्री को राजनीतिक विरासत परिवार से मिली है। उनके पिता ओंकार चंद शर्मा ने 1998 में ऊना जिला की संतोषगढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था।
प्रमुख ब्राह्मण चेहरा हैं मुकेश अग्निहोत्री
मुकेश अग्निहोत्री राज्य में एक प्रमुख ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं। कांग्रेस ने मुकेश को डिप्टी सीएम की कमान सौंपकर ब्राह्मण समुदाय को साधने की कोशिश की है। इतना ही नहीं मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का बड़ा चेहरा हैं। अग्निहोत्री ने हरोली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। मुकेश पिछले पांच साल हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। अग्निहोत्री हारोली विधानसभा सीट से 2003, 2007, 2012 और 2017 में चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने 2012 से 2017 के दौरान कांग्रेस की सरकार में उद्योग मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी। उन्हें 2018 में कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में चुना गया था। इसके अलावा वो संसदीय कार्य, सूचना एवं जनसंपर्क और श्रम एवं रोजगार विभाग की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
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