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हिमाचल प्रदेश पुलिस कॉन्‍स्‍टेबल भर्ती में नया बदलाव, अब हर जवान को दी जाएगी कमांडो ट्रेनिंग; डोप टेस्‍ट हुआ आवश्‍यक

Himachal Police Constable Recruitment हिमाचल प्रदेश के पुलिस कॉन्‍स्‍टेबलों को अब कमांडो ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे पूर्व सामान्य प्रशिक्षण में बेहतर करने वालों को ही कमांडो प्रशिक्षण दिया जाता था। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से भर्तियां करवाने को लेकर गृह विभाग ने नए मानक तय कर दिए हैं। कॉन्‍स्टेबल भर्ती के लिए हिमाचली और प्रदेश के स्कूलों से दसवीं व 12वीं पास करने वाले ही पात्र होंगे।

By Yadvinder Sharma Edited By: Himani Sharma Updated: Sun, 07 Jan 2024 04:58 PM (IST)
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हिमाचल प्रदेश पुलिस कॉन्‍स्‍टेबल भर्ती में नया बदलाव (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश पुलिस (Himachal Pradesh Police) में लंबे और ऊंचे कद के जवानों को भर्ती करने के लिए प्रदेश पुलिस कॉन्‍स्‍टेबलों की भर्ती को लेकर नया बदलाव किया गया है। इसके लिए 9 अगस्त 2021 के नियमों को तब्दील कर नए नियम लागू किए जा रहे हैं। इसके आधार पर सभी भर्ती होने वाले पुलिस जवानों को सामान्य प्रशिक्षण के साथ चार माह का कमांडो प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पास करना अनिवार्य किया गया है।

हर जवान को दिया जाएगा कमांडो प्रशिक्षण

ऐसे में अब हर जवान को कमांडो प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे पूर्व सामान्य प्रशिक्षण में बेहतर करने वालों को ही कमांडो प्रशिक्षण दिया जाता था। हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से भर्तियां करवाने को लेकर गृह विभाग ने नए मानक तय कर दिए हैं। कॉन्‍स्टेबल भर्ती के लिए हिमाचली और प्रदेश के स्कूलों से दसवीं व 12वीं पास करने वाले ही पात्र होंगे।

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पुलिस कॉन्‍स्टेबलों के कुल भर्ती में अब 25 प्रतिशत के स्थान पर 30 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं। हालांकि चालक के पदों को पुरुष वर्ग से ही भरा जाएगा।

परीक्षा के लिए डोप टेस्ट को किया आवश्‍यक

नए मानकों में सौ मीटर की दौड को शारीरिक परीक्षा में शामिल करने के अलावा पुरुषों की 1500 मीटर की दौड़ को पूरा करने की समय अवधि को एक मिनट जबकि 800 मीटर की महिलाओं की दौड़ को आधा मिनट कम कर दिया है। इसका मुख्य उद्देश्य बेहतर और शारीरिक तौर पर दक्ष युवाओं को पुलिस में भर्ती किया जा सके। शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए डोप टेस्ट को आवश्यक किया है।

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कॉन्‍स्टेबल भर्ती के लिए कुल 100 अंकों की होगी। इसमें से शारीरिक रक्षता परीक्षा पास करने वालों की 90 अंक की लिखित परीक्षा जबकि एक से छह अंक उम्मीदवार की लंबाई और एनसीसी के लिए एक से चार अंक मिलेंगे।

9 माह का प्रशिक्षण व उसके बाद कमांडो प्रशिक्षण

प्रारंभिक तौर पर सभी पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए 9 माह का प्रशिक्षण होगा। इस प्रशिक्षण के बाद नवनियुक्त कांस्टेबलों को स्पेशल कमांडो प्रशिक्षण से गुजरना होगा जो पीटीसी डरोह में चार सप्ताह का होगा। इस पाठ्यक्रम के पूरा न करने पर जिला आधार पर नियुक्ति होगी। सामान्य प्रशिक्षण और विशेष प्रशिक्षण सहित कुल दो वर्षों का प्रोबेशन पीरियड होगा।

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