Shimla: अब पार्किंग भी मिलेगी ऑनलाइन, निगम प्रशासन ने तैयार किया आवंटन के लिए APP, वाहन के दस्तावेज जमा करवाना अनिवार्य
Shimla News हिमाचल प्रदेश में अब पार्किंग भी ऑनलाइन मिलेगी। नगर निगम प्रशासन में शहर की सभी पार्किंग को ऑनलाइन आवेदन के साथ ही आवंटन करने का फैसला किया है। इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने एक एप तैयार किया है। इस एप के माध्यम से ही भवन मालिक को पार्किंग के लिए आवेदन करना होगा साथ में यह बताना होगा की पार्किंग कहां पर है।
जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला में अब वाहन मालिकों को वार्ड में कोई भी खाली पार्किंग होने पर इसे लेने के लिए नगर निगम कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। नगर निगम प्रशासन में शहर की सभी पार्किंग को ऑनलाइन आवेदन के साथ ही आवंटन करने का फैसला किया है।
इसके लिए नगर निगम प्रशासन ने एक एप तैयार किया है। इस एप के माध्यम से ही भवन मालिक को पार्किंग के लिए आवेदन करना होगा, साथ में यह बताना होगा की पार्किंग कहां पर है।
कितने समय के लिए यह चाहिए , इसके लिए वाहन मालिक को वहां की फोटो और वाहन के दस्तावेज भी अपलोड करने पड़ेंगे। इसके बाद पार्किंग पहले एक साल के लिए आवंटित कर दी जाएगी। किसी भी वार्ड में जहां पर भी पार्किंग खाली पड़ी है। वहां से वाहन मालिक उसके लिए आवेदन कर सकेंगे। इस आवेदन के आधार पर पार्किंग आवंटित की जाएगी।
शहर में निगम ने बना रखी है 173 पार्किंगें
नगर निगम शिमला में शहर में 173 पार्किंग का निर्माण कर रखा है। इनमें से सभी व्यवसायिक पार्किंग तो आगे ठेके पर चलाने के लिए दे दी है। रिहायशी इलाकों में जो पार्किंग के बनी हुई है। उन पार्किंग को चलाने का काम ठेके पर नहीं दिया जा सका। निगम प्रशासन ने इसके लिए कई बार काम किया, लेकिन ठेकेदार इन्हें चलाने के लिए नहीं मिल सके।
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इसलिए निगम ने पहले वार्ड के वाहन मालिकों के लिए पहले आओ पहले पाओ नीति के तहत ही इसका आवंटन करना शुरू कर दिया था। अब लोगों को सुविधा ओर बेहतर देने के लिए निगम प्रशासन ने फैसला लिया है कि ऑनलाइन ही पार्टी को का आवंटन कर दिया जाएगा ताकि लोगों को निगम कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़े।
80 हजार से ज्यादा वाहन 10 हजार पार्किंग
शहर में पंजीकृत वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। राजधानी शिमला में निजी वाहनों की संख्या ही 80 हजार से ज्यादा होगी। पार्किंग की क्षमता शहर में 10 हजार वाहनों की है। इसके अलावा अन्य वाहन शहर में रात भर सड़क किनारे पार्क् रहते हैं। इन वाहनों के मालिकों को हर समय वाहन को नुकसान पहुंचने की आशंका सताती है। इसलिए हर वाहन मालिक पार्किंग घर के पास ही मिल जाए। इसी जुगत में लगा रहता है।