PM Fasal Bima Yojana: किसानों के लिए बड़ी घोषणा, अब इन फसलों का भी होगा बीमा, PMFBY पोर्टल पर जाकर करें अप्लाई
हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिए अच्छी खबर है। अब किसान मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अन्तर्गत अपनी सब्जियों का बीमा करवा सकते है। इस मौसम में सुखे की स्थिति को देखते हुए फसल बीमा का महत्व और भी बढ़ गया है। आलू की फसल का बीमा चंबा कांगड़ा और सिरमौर के किसान 31 जनवरी तक करवा सकते है।
राज्य ब्यूरो, शिमला। PM Fasal Bima Yojana: चालू रबी मौसम में प्रदेश के विभिन्न जिलों के किसान मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अन्तर्गत अपनी सब्जियों का बीमा करवा सकते है। इस मौसम में सुखे की स्थिति को देखते हुए फसल बीमा का महत्व और भी बढ़ गया है। आलू की फसल का बीमा चंबा, कांगड़ा और सिरमौर के किसान 31 जनवरी तक करवा सकते है।
टमाटर की फसल का बीमा करने के लिए जिला सोलन में अंतिम तिथि 29 फरवरी, 2024 तथा जिला मंडी में 15 मार्च, 2024 निर्धारित की गई है। जिला सोलन के किसान शिमला मिर्च का बीमा 29 फरवरी, 2024 तक करवा सकते है।
पीएमएफबीवाई पोर्टल पर जाकर कर सकते हैं फसलों का बीमा
जिन किसानों ने ऋण ले रखा है उनकी सब्जियों की फसल का बीमा स्वत: ही बैंकों के द्वारा किया जाएगा। अगर कोई ऋणी किसान इन फसलों का बीमा नहीं करवाना चाहता तो उसे अंतिम तिथि से सात दिन पूर्व बैंक में अपना पत्र देना होगा। गैर ऋणी किसान इन फसलों का बीमा संबंधित जिला के कृषि विभाग, बैंक, लोक मित्र केंद्र या पीएमएफबीवाई पोर्टल पर जाकर कर सकते हैं।यह भी पढ़ें: Earthquake: हिमाचल के किन्नौर में महसूस हुए भूकंप के झटके, 3.0 तीव्रता से हिली धरती; जान-माल का नहीं हुआ कोई नुकसान
इसके लिए किसान को अपना आधार कार्ड, बैंक पासबुक, जमाबंदी व फसल बुआई प्रमाण पत्र साथ ले जाना पडे़गा। योजना के अनुसार यदि बीमित किसानों की उपरोक्त फसलों को अधिसूचित जोखिमों से कोई क्षति होती है तो उसकी भरपाई कृषि बीमा कंपनी द्वारा स्वत: ही बीमित कृषकों के बैंक खातों में डालकर कर दी जाएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।वर्तमान में हिमाचल प्रदेश में मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश के किसानों के लिये फसल बीमा योजना का महत्व बढ़ गया है। इस स्थिति को देखते हुए अधिक से अधिक किसान अपनी फसलों (टमाटर,आलू एवं शिमला मिर्च) का बीमा अंतिम तिथियों से पूर्व करवाएं। इन फसलों के लिए किसानों को बीमा राशि का 5 प्रतिशत प्रीमियम के रुप में देना पड़ेगा। -कुमद सिंह, कृषि निदेशक, हिमाचल प्रदेश