Himachal News: मानसून का पर्यटन कारोबार पर असर, ऑरेंज अलर्ट से घटी सैलानियों की संख्या; 75 प्रतिशत पहुंची ऑक्यूपेंसी
Himachal Monsoon हिमाचल प्रदेश में मानसून की वजह से पर्यटन कारोबार पर असर आया है। होटलों में ऑक्यूपेंसी भी घट गई है। मौसम विभाग द्वारा भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी होने और एडवाइजरी जारी होने के कारण पर्यटक कम हुए हैं। इस बार ऊमस से भरी गर्मी से राहत पाने के लिए मैदानी लोगों ने पहाड़ों का सहारा लिया।
राज्य ब्यूरो, शिमला। हिमाचल प्रदेश में मानसून के दस्तक देने और भारी वर्षा के ऑरेंज अलर्ट ने पर्यटकों की होटलों की ऑक्यूपेंसी को घटा दिया है। पर्यटकों की संख्या कम होने के कारण होटलों में ऑ क्यूपेंसी अब घटकर 75 से 90 प्रतिशत पहुंच गई है।
मनाली में 80 से 90 प्रतिशत जबकि शिमला में 75 से 80 प्रतिशत है। पर्यटकों की संख्या कम होने का कारण मानसून है और कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में अब संख्या मानूसन के रफ्तार पकड़ने के साथ और कम हो सकती है। हालांकि ऊमस भरी गर्मी से राहत को पर्यटक पहाड़ों का रुख कर रहे हैं।
पर्यटकों की बढ़ी संख्या
शिमला के पर्यटन स्थालों कुफरी, नारकंडा के अलावा चायल, कसौली, धर्मशाला में पर्यटकों की संख्या 70 से 85 प्रतिशत तक बताई जा रही है। इन दिनों प्रदेश में सबसे अधिक पर्यटक रोहतांग, सोलंगनाला, लाहुल स्पीति और किन्नौर व शिमला में हैं। मौसम विभाग द्वारा भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी होने और एडवाइजरी जारी होने के कारण पर्यटक कम हुए हैं।यह भी पढ़ें: Himachal News: बारिश की वजह से लोकनिर्माण विभाग की छुट्टियां रद, मानसून खत्म होने तक आपात स्थिति में ही मिलेगा ऑफ
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।बीते सप्ताह की अपेक्षा कम हुई संख्या
प्रदेश में बीते सप्ताह के अंत यानी वीकेंड पर ऑक्यूपेंसी 85 से 95 प्रतिशत तक थी। इस बार पर्यटकों की संख्या करीब दस प्रतिशत कम हुई है। एक दिन में करीब 80 से 90 हजार गाड़ियां आ रही हैं।वीकेंड पर पर्यटकों की संख्या में कमी आई है। करीब दस प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। -मोहेंद्र सेठ, महासचिव हिमाचल प्रदेश होटल एसोसिएशन
मानसून और आरेंज अलर्ट के कारण पर्यटकों की संख्या अमूमन कम हो जाती है। पर्यटकों की सुविधा और किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए पूरे प्रदेश में व्यापक इंतजाम किए गए हैं। बरसात के कारण यदि कहीं पर्यटक फंसते हैं तो उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए इंतजाम किए गए हैं। -प्रबोध सक्सेना, मुख्य सचिव हिमाचल प्रदेश