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Shimla: राज्य सहकारी बैंक के उपभोक्ताओं के लिए बनेगी वन टाइम सेटलमेंट नीति, CM सुखविंदर सिंह सुक्‍खू ने दिए निर्देश

हिमाचल प्रदेश राज्‍य सहकारी बैंक के उपभोक्‍ताओं के लिए वन टाइम सेटलमेंट नीति बनेगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने आज ओक ओवर में बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम और प्रबंध निदेशक श्रवण मांटा के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को नाबार्ड और भारतीय रिजर्व बैंक के साथ मिलकर एक विस्तृत वन टाइम सेटलमेंट नीति विकसित करने के निर्देश दिए।

By Parkash Bhardwaj Edited By: Himani Sharma Updated: Thu, 11 Jan 2024 05:34 PM (IST)
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राज्य सहकारी बैंक के उपभोक्ताओं के लिए बनेगी वन टाइम सेटलमेंट नीति
राज्य ब्यूरो, शिमला। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक को अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए वन टाइम सेटलमेंट (ओटीएस) नीति बनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने आज ओक ओवर में बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम और प्रबंध निदेशक श्रवण मांटा के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को नाबार्ड और भारतीय रिजर्व बैंक के साथ मिलकर एक विस्तृत वन टाइम सेटलमेंट नीति विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य हजारों किसानों, बागवानों और बैंक से जुड़े अन्य कर्जदारों को पर्याप्त सहायता प्रदान करना है, जिसे शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।

क्रेडिट स्‍कोर में होगा सुधार

वन टाइम सेटलमेंट नीति बैंक के ऋणधारकों को रियायती दर पर अपने बकाया का निपटान करने का अवसर प्रदान करेगी। इससे कानूनी कार्रवाई से बचा जा सकेगा और सफल निपटान के बाद उनके क्रेडिट स्कोर में सुधार होगा। इसके साथ ही इससे गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों की पुनर्प्राप्ति करने, ऋण प्राप्ति और बैंक के समग्र वित्तीय सुधार होने से बैंक को भी लाभ मिलेगा।

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5 हजार से अधिक लोगों को होगा लाभ

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वन टाइम सेटलमेंट की इस नीति से 5 हजार से अधिक लोगों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक और जोगिन्द्रा केंद्रीय सहकारी बैंक को भी अपने उपभोक्ताओं के हित में ऐसी वन टाइम सेटलमेंट नीति विकसित करने और लागू करने के लिए समान निर्देश जारी किए जाएंगे।

नाबार्ड और आरबीआई के साथ मिलकर बनेगी वन टाइम सेटलमेंट नीति

भारतीय रिजर्व बैंक आफ इंडिया के देश के सभी बैंकों को दिशा-निर्देश हैं कि बैंक उपभोक्ताओं के वित्तीय लेनदेन को देखते हुए वन टाइम सेटलमेंट नीति के तहत काम करें। इसके पीछे कारण दिया गया कि न्यायालय में समय बर्बाद होता रहता है और अंत में आपसी सहमति का आधार तैयार करके ही मामलों का निपटारा होता है। ऐसे में राज्य के बैंक प्रबंधन नाबार्ड और आरबीआई के साथ मिलकर ऐसी नीति बनाएंगे ताकि बैंकों को होने वाला अधिक नुकसान रोका जाए।

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मुख्यमंत्री ने राज्य सहकारी बैंक और आईजीएमसी के केलेंडर जारी किया

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक लिमेटिड और इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के वर्ष-2024 के केलेंडर जारी किए। इस अवसर पर मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी, विधायक चैतन्य शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र श्याम, प्रबंध निदेशक श्रवण मांटा, आईजीएमसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव और अन्य गणमान्य उपस्थित थे।

बोर्ड-निगम केलेंडर जारी

15 विभाग व निगम-बोर्ड केलेंडर जारी कर चुके नव वर्ष शुरू होने के बाद अब तक लोक निर्माण और जल शक्ति विभागों सहित कई बोर्ड-निगम केलेंडर जारी कर चुके हैं। मुख्यमंत्री के हाथों से नव वर्ष के केलेंडर जारी करने का सिलसिला चल रहा है। कृषि विभाग भी अपना वार्षिक केलेंडर जारी करवा चुका है। सचिवालय कर्मचारी संगठन और सचिवालय कर्मचारी सहकारी संघ का भी केलेंडर जारी हुआ है। विभागों और सार्वजिनक उपक्रमों द्वारा उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुए केलेंडर निकाले जाते हैं।

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