Himachal News: आज भी हरे हैं पिछली बरसात में शिमला को मिले जख्म, किराए के मकान में रहने के लिए मजबूर लोग
Himachal News हिमाचल प्रदेश में पिछली बार हुई बरसात में शिमला को बहुत गहरे जख्म दिए थे। अब तक भी वो जख्म भर नहीं पाए हैं। आज भी लोग किराए के मकान में रहने के लिए मजबूर हैं। बरसात आने के बाद उन्हें फिर से डर सताने लगा है। शहर में कम नुकसान बारिश से हो इसके लिए कई योजना भी तैयार की गई।
जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला में पिछली बरसात में लोगों को मिले जख्म अभी तक भरे नहीं हैं। प्रदेश की राजधानी में सबसे ज्यादा नुकसान शिवबावड़ी मंदिर समरहिल में बारिश के दौरान हुआ था। समरहिल क्षेत्र में 50 से ज्यादा घरों को उनसे घोषित कर दिया गया था इन घरों को लोगों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट होना पड़ा था।
किराए के घर में रहने के लिए मजबूर लोग
अभी तक यह लोग लाखों रुपए अपने घर पर खर्चने के बावजूद फिर से किराए के घरों में रहने के लिए मजबूर है। उनकी अपने आशियाने में आधिकारिक तौर पर वापसी नहीं हो पाई है। ऐसी ही स्थिति शहर के बीच में बसे कृष्णानगर वार्ड में भी है। यहां पर भी जिन लोगों घर खाली कराए गए थे, उनके भी कृष्णानगर को मजबूत करने के लिए आज तक कोई काम नहीं हुआ है। यहां के लोग डर के समय में जी रहे हैं।
बरसात आते ही सताने लगा डर
बरसात आने के बाद उन्हें फिर से डर सताने लगा है। शिमला नगर निगम की ओर से बरसात के दौरान शहर में काम नुकसान बारिश से हो इसके लिए कई योजना तैयार की गई। यह अधिकतर योजनाएं फाइलों से बाहर नहीं निकाल पाई हैं। कुछ प्लान व योजनाएं नगर निगम से सरकार के पास भेजी है।यह भी पढ़ें: Himachal News: पति के साथ ले रही थी फोटो, पैर फिसलने से पार्वती नदी में गिरी, नहीं लगा कोई सुराग
इस पर मंजूरी नहीं मिल पाई है। शहर में नया ड्रेनेज सिस्टम बनाने का फूल प्रूफ प्लान तैयार किया है। इसे आपदा प्रबंधन के तहत शहर में करवाने का फैसला भी लिया था। अभी तक ये भी मंजूरी नहीं हुआ है। इस कारण इस बार भी पुराने ड्रेनेज सिस्टम को साफ करके ही शहर को बचाने के लिए नगर निगम पसीना बहा रहा है।
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