PM in Kaza: जहां राम वहीं अयोध्या, जहां भारतीय सेना वहीं मेरा त्योहार; दीपावली के उपलक्ष्य पर बोले पीएम मोदी
PM Narendra Modi) ने हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति (Lahaul and Spiti) जिले के लापचा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) जवानों के संग दिवाली मनाई। प्रधानमंत्री रविवार को चीन सीमा से दो किलोमीटर पहले लाहुल स्पीति की लापचा चेक पोस्ट पर पहुंचे और यहां तैनात आइटीबीपी जवानों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां राम हैं वहीं अयोध्या है। जहां भारतीय सेना व सुरक्षा बल हैं वहीं मेरा त्योहार है।
जागरण संवाददाता, काजा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति (Lahaul and Spiti) जिले के लापचा में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) जवानों के संग दिवाली मनाई। प्रधानमंत्री रविवार को चीन सीमा से दो किलोमीटर पहले लाहुल स्पीति की लापचा चेक पोस्ट पर पहुंचे और यहां तैनात आइटीबीपी जवानों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां राम हैं, वहीं अयोध्या है। जहां भारतीय सेना व सुरक्षा बल हैं, वहीं मेरा त्योहार है। उन्होंने कहा कि जवानों के साथ दिवाली मनाना गर्व से भरा अनुभव है।
भारत रक्षा क्षेत्र में तेजी से बड़ी वैश्विक ताकत
दम हमारा है तो कदम भी हमारे ही होंगे। आज भारत दृढ़ संकल्प के साथ आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चल पड़ा है। आज देश में संसाधनों की कमी नहीं है। उन्होंने जवानों का हौसला बढ़ाते हर कहा कि आज हौसला भी हमारा और हथियार भी हमारे हैं। खिलाड़ी हमारे हैं तो खेल भी हमारा होगा। भारत अब सृष्टि की गाथा लिखेगा। भारत रक्षा क्षेत्र में तेजी से बड़ी वैश्विक ताकत के रूप में उभर रहा है और इसके सुरक्षा बलों की क्षमताएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने सुरक्षाबलों के अदम्य साहस की सराहना करते हुए कहा कि भारत तब तक सुरक्षित है, जब तक देश के बहादुर जवान हिमालय की तरह सीमाओं पर खड़े हैं।
PM ने कहा- मैं अपने परिवार के बीच आया
आईटीबीपी की वर्दी पहने मोदी ने कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण समय में यह जरूरी है कि भारत की सीमाएं सुरक्षित रहें और देश में शांति का माहौल रहे और इसमें आपकी बड़ी भूमिका है। आजादी के बाद सेना के जवानों ने कई युद्ध लड़े और देश का दिल जीता। हमारे जवानों ने चुनौतियों का सामना करते हुए विजय हासिल की है। मोदी ने जवानों से कहा कि पर्व परिवार के साथ मनाया जाता है। इसलिए मैं भी अपने परिवार के बीच आया हूं। परिवार से दूर रहना और सीमाओं पर तैनात रहना कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता का उदाहरण है। देश आपका ऋणी है। वह करीब दो घंटे तक जवानों के साथ रहे।
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लापचा चेक पोस्ट चीन सीमा से दो किलोमीटर पहले
चीन सीमा से दो किलोमीटर पहले है लापचा चेक पोस्ट चीन सीमा से दो किलोमीटर पहले है। लापचा समदो व कौरिक गांव के बीच स्थित है। इस क्षेत्र से भारतीय सेना चीन की गतिविधियों पर नजर रखती है। इस पोस्ट में फ्रंट लाइन पर आइटीबीपी के जवान तैनात हैं। कौरिक गांव स्पीति के दुर्गम क्षेत्र में स्थित है। पिछली सदी के सातवें दशक में में भूकंप के बाद ग्रामीणों ने पलायन किया। अब यह गांव समदो से ताबो की ओर चंडीगढ़ नामक स्थान में बसा है। कौरिक का यह क्षेत्र सेना के पास है। जवान इन पहाड़ियों में बैठकर चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। हिमाचल का करीब 250 किलोमीटर क्षेत्र चीन सीमा के साथ लगता है।
प्रधानमंत्री ने कब और कहां मनाई दीवाली
प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन में, 2015 में पंजाब के अमृतसर, 2016 में हिमाचल के किन्नौर जिले के चांगो गांव, 2017 में जम्मू-कश्मीर की गुरेज वैली, 2018 में उत्तराखंड के चमोली, 2019 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी, 2020 में पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर राजस्थान के जैसलमेर, 2021 में पाकिस्तान की सीमा पर नौशेरा सेक्टर व 2022 में कारगिल में जवानों के साथ दीवाली मनाई।