Himachal Politics: हिमाचल में दिन भर जारी रही सियासी उठापटक, विधानसभा स्थगित सहित 15 BJP विधायक हुए सस्पेंड
Himachal Pradesh Political Crisis राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद शुरू हुआ राजनीतिक खेल अब और तेज हो गया है। हिमाचल प्रदेश में विपक्ष की अनुपस्थिति में बजट पारित विधानसभा स्थगित कर दिया है। इसके साथ ही सरकार को बचाने के लिए कांग्रेस पर्यवेक्षक शिमला पहुंचे। जबकि विधानसभा में 15 बीजेपी के विधायक सदन से निलंबित कर दिए गए।
जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद शुरू हुआ राजनीतिक खेल अब और तेज हो गया है। दो दिन से चल रही उठापटक के बीच सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार अभी भले ही बच गई हो, लेकिन संकट बरकरार है। जिस तरह कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की, उसके बाद माना जा रहा था कि बुधवार को बजट पारित नहीं होगा और सरकार गिर जाएगी, लेकिन विपक्ष की अनुपस्थिति में बजट ध्वनिमत से पारित हो गया।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने सदन की कार्यवाही एक दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी। संकट इसलिए बरकरार है, क्योंकि विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कह चुका है। कांग्रेस हाईकमान ने भाजपा की रणनीति को भांपते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं डीके शिव कुमार व भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पर्यवेक्षक बनाया, जो बुधवार दोपहर शिमला पहुंचे। पार्टी मामलों के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ल व छतीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पहले से शिमला में हैं। शिमला के चौड़ा मैदान स्थित होटल सिसिल में राजनीतिक संकट से पार पाने व सरकार को बचाने के लिए रणनीति तैयार की गई।
सूत्रों की मानें तो केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मंत्रियों, मुख्य संसदीय सचिवों व विधायकों से बात कर पूछा है कि नाराजगी किस बात को लेकर है। यदि सरकार बचाने के लिए नेतृत्व परिवर्तन करना पड़े तो अगली पसंद कौन होगा। कांग्रेस के जिन छह विधायकों ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की है, उनसे भी चर्चा की गई है। माना जा रहा है कि नाराज विधायक मुख्यमंत्री को बदलने की बात कर रहे हैं।
बीजेपी विधायकों ने अल्पमत सरकार की कही बात
भाजपा विधायकों ने राज्यपाल को बताया-सरकार अल्पमत में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भाजपा विधायकों के साथ सुबह साढ़े सात बजे राजभवन पहुंचे और राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल को घटनाक्रम से अवगत करवाते हुए कहा कि सरकार अल्पमत में है। आशंका जताई कि बजट पास करने के लिए सरकार राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को वोट डालने वाले कांग्रेस के छह विधायकों पर दलबदल कानून के तहत कार्रवाई कर सकती है। हालांकि, राज्यसभा चुनाव में दलबदल कानून लागू नहीं होता है, पर कांग्रेस सरकार बजट पास करने के लिए इस तरह का हथकंडा अपना सकती है, जिसका विरोध किया जाएगा।इसके बाद विधायक विधानसभा पहुंचे और विपक्षी लाज में बैठक कर रणनीति बनाई। विक्रमादित्य सिंह ने दिन में दिया त्याग-पत्र, रात में वापस लिया बुधवार सुबह साढ़े 10 बजे लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह विधानसभा पहुंचे। उन्होंने प्रेस कान्फ्रेंस कर कहा कि मंत्री पद से त्याग-पत्र दे रहा हूं। इस दौरान उन्होंने नाराजगी के कारण बताए और कहा कि हाईकमान को इसके बारे में अवगत करवा दिया है। हालांकि, शाम तक उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया।
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