Himachal Politics: लोकसभा चुनावों को लेकर गरमाई हिमाचल की राजनीति, बीजेपी के नाराज नेता कांग्रेस से कर रहे संपर्क
Himachal Politics News लोकसभा चुनाव को लेकर हिमाचल प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। भाजपा में टिकट न मिलने से ये अब कांग्रेस में संभावनाएं तलाश रहे हैं। चुनावी बेला में यदि कांग्रेस इन्हें अपनी पार्टी में शामिल करती है तो कांग्रेस में भी विरोध होना तय है। शिमला संसदीय सीट के लिए 16 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है।
अनिल ठाकुर, शिमला। Lok Sabha Election 2024: हिमाचल में चुनावों को लेकर राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है। राज्यसभा चुनाव में पार्टी से विद्रोह करने वालों को भाजपा ने टिकट देकर उप चुनावों में उतार दिया हैं। वहीं लोकसभा में टिकट को लेकर भी भाजपा में विद्रोह के स्वर उठने शुरू हो गए हैं। चुनावों से ठीक पहले यदि किसी पार्टी में विद्रोह हो तो दूसरी पार्टी इसका भरपूर फायदा उठाती है।
भाजपा के ही नेता नाराज
भाजपा में चल रही कलह से कांग्रेस को खुश होना चाहिए था। लेकिन विपक्ष की कलह भी कांग्रेस को परेशान कर रही है। परेशानी की वजह भाजपा के ही नाराज नेता है। अपनी पार्टी में टिकट न मिलने से ये अब कांग्रेस में संभावनाएं तलाश रहे हैं।चुनावी बेला में यदि कांग्रेस इन्हें अपनी पार्टी में शामिल करती है तो कांग्रेस में भी विरोध होना तय है। हिमाचल में लोकसभा व 6 सीटों पर हो रहा उप चुनाव कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने एक तरफ भाजपा की हैट्रिक रोकने की चुनौती है तो उप चुनाव जीतकर सरकार बचाने की जिम्मेदारी।
किस सीट पर क्या है चुनावी समीकरण
शिमला संसदीय सीट के लिए 16 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है। टिकट की रेस में जो आगे हैं उसमें एक ने आवेदन ही नहीं किया है। सूत्रों की माने तो पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप को कांग्रेस में शामिल करने की चर्चा चली है। इसको लेकर अभी से विरोध शुरू हो चुका है।लाहुल-स्पीति से पूर्व मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा कांग्रेस में टिकट की कोशिश कर रहे हैं। मारकंडा को कांग्रेस का टिकट न मिले, इसके विरोध में केलंग और उदयपुर ब्लाॅक कांग्रेस से प्रस्ताव पारित हो चुका है। मुख्यमंत्री से विश्वविद्यालय समय से दोस्ती मारकंडा को टिकट दिला पाएगी, इस पर कांग्रेस को विचार करना पड़ेगा। कांग्रेस यह भी नहीं चाहेगी कि जिस कलह से भाजपा जूझ रही है, उनके यहां भी यही स्थिति पैदा हो जाए।
कुलदीप से फीडबैक, कालिया की वापसी
गगरेट विस क्षेत्र में चैतन्य शर्मा के भाजपा में शामिल होने के बाद वहां पर उप चुनाव के लिए तैयारी 20 दिन पहले ही हो गई थी। मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार के साथ बैठक कर उनसे पूरी रिपोर्ट ली थी।मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद वह टिकट के बड़े दावेदार माने जा रहे थे। इस बैठक के कुछ दिन बाद ही राकेश कालिया ने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया। कालिया पहले कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। अब टिकट की दौड़ में उनका नाम भी आ गया है।
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