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Himachal Politics: लोकसभा चुनावों को लेकर गरमाई हिमाचल की राजनीति, बीजेपी के नाराज नेता कांग्रेस से कर रहे संपर्क

Himachal Politics News लोकसभा चुनाव को लेकर हिमाचल प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। भाजपा में टिकट न मिलने से ये अब कांग्रेस में संभावनाएं तलाश रहे हैं। चुनावी बेला में यदि कांग्रेस इन्हें अपनी पार्टी में शामिल करती है तो कांग्रेस में भी विरोध होना तय है। शिमला संसदीय सीट के लिए 16 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है।

By Anil Thakur Edited By: Himani Sharma Updated: Sun, 31 Mar 2024 01:38 PM (IST)
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लोकसभा चुनावों को लेकर गरमाई हिमाचल की राजनीति (फाइल फोटो)

अनिल ठाकुर, शिमला। Lok Sabha Election 2024: हिमाचल में चुनावों को लेकर राजनीति पूरी तरह से गरमा गई है। राज्यसभा चुनाव में पार्टी से विद्रोह करने वालों को भाजपा ने टिकट देकर उप चुनावों में उतार दिया हैं। वहीं लोकसभा में टिकट को लेकर भी भाजपा में विद्रोह के स्वर उठने शुरू हो गए हैं। चुनावों से ठीक पहले यदि किसी पार्टी में विद्रोह हो तो दूसरी पार्टी इसका भरपूर फायदा उठाती है।

भाजपा के ही नेता नाराज

भाजपा में चल रही कलह से कांग्रेस को खुश होना चाहिए था। लेकिन विपक्ष की कलह भी कांग्रेस को परेशान कर रही है। परेशानी की वजह भाजपा के ही नाराज नेता है। अपनी पार्टी में टिकट न मिलने से ये अब कांग्रेस में संभावनाएं तलाश रहे हैं।

चुनावी बेला में यदि कांग्रेस इन्हें अपनी पार्टी में शामिल करती है तो कांग्रेस में भी विरोध होना तय है। हिमाचल में लोकसभा व 6 सीटों पर हो रहा उप चुनाव कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने एक तरफ भाजपा की हैट्रिक रोकने की चुनौती है तो उप चुनाव जीतकर सरकार बचाने की जिम्मेदारी।

किस सीट पर क्या है चुनावी समीकरण

शिमला संसदीय सीट के लिए 16 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है। टिकट की रेस में जो आगे हैं उसमें एक ने आवेदन ही नहीं किया है। सूत्रों की माने तो पूर्व सांसद वीरेंद्र कश्यप को कांग्रेस में शामिल करने की चर्चा चली है। इसको लेकर अभी से विरोध शुरू हो चुका है।

लाहुल-स्पीति से पूर्व मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा कांग्रेस में टिकट की कोशिश कर रहे हैं। मारकंडा को कांग्रेस का टिकट न मिले, इसके विरोध में केलंग और उदयपुर ब्लाॅक कांग्रेस से प्रस्ताव पारित हो चुका है। मुख्यमंत्री से विश्वविद्यालय समय से दोस्ती मारकंडा को टिकट दिला पाएगी, इस पर कांग्रेस को विचार करना पड़ेगा। कांग्रेस यह भी नहीं चाहेगी कि जिस कलह से भाजपा जूझ रही है, उनके यहां भी यही स्थिति पैदा हो जाए।

कुलदीप से फीडबैक, कालिया की वापसी

गगरेट विस क्षेत्र में चैतन्य शर्मा के भाजपा में शामिल होने के बाद वहां पर उप चुनाव के लिए तैयारी 20 दिन पहले ही हो गई थी। मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार के साथ बैठक कर उनसे पूरी रिपोर्ट ली थी।

मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद वह टिकट के बड़े दावेदार माने जा रहे थे। इस बैठक के कुछ दिन बाद ही राकेश कालिया ने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया। कालिया पहले कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। अब टिकट की दौड़ में उनका नाम भी आ गया है।

कांगड़ा में प्रत्याशी पर संश्य

कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में टिकट के लिए पूर्व मंत्री आशा कुमारी व डॉ. राजेश शर्मा का नाम आगे हैं। आशा कुमारी वरिष्ठ नेता है लेकिन पिछला विस चुनाव हार गई थी। जबकि जबकि देहरा विस सीट पर सीट पर डॉ. राजेश शर्मा ने अच्छे वोट हासिल किए थे हालांकि वे भी चुनाव हार गए थे। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से टिकट के दावेदार हैं। देहरा के निर्दलीय विधायक होशियार सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है।

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वहां हालांकि अभी उप चुनाव घोषित नहीं हुआ है। यदि कांग्रेस डॉ. राजेश को कांगड़ा संसदीय से टिकट देती है और बाद में वहां उप चुनाव हो जाता है तो फिर दिक्कत पेश आएगी। धर्मशाला विस सीट पर भी उप चुनाव हो रहा है। पूर्व महापौर जग्गी कांग्रेस के बड़े दावेदार हैं, पर राकेश चौधरी के भाजपा से त्यागपत्र के बाद यदि वह कांग्रेस में टिकट का प्रयास कर रहे हैं। यदि कांग्रेस उन्हें पार्टी में शामिल करती है तो यहां पर विद्रोह होना तय है।

कांग्रेस करवा रही सर्वे, प्रभारियों से मांगी है रिपोर्ट

चुनाव से पहले पार्टी के भीतर चल रहे इस घटनाक्रम पर कांग्रेस हाईकमान व प्रदेश नेतृत्व की पूरी नजर है। यह विद्रोह पार्टी को नुकसान न पहुंचाए इस पर अभी से काम शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने टिकट को लेकर नए सिरे से सर्वे करवा रही है। इसमें उप चुनाव में उन विस क्षेत्रों के सैकंड लाइनर को टिकट देना चाहिए या फिर दूसरे दल के नेता को शामिल करना चाहिए। वहीं संसदीय क्षेत्र के प्रभारियों से भी इसको लेकर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।

सुजानपुर व बडसर में सैकंड लाइनर को टिकट

सुजानपुर व बडसर विस क्षेत्र में उप चुनाव हो रहे हैं। सुजानपुर में राजेंद्र राणा व बडसर से इंद्रदत्त लखनपाल ने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा ज्वाइन की है। दोनों ही बड़े नेता थे यहां पर सैकंड लाइनर को टिकट देने पर चर्चा चली हुई है।

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प्रभारी राजीव शुक्ल दे चुके हैं ब्यान

कांग्रेस प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ल पहले ही कह चुके हैं कि चुनाव के वक्त आना जाना लगा रहता है। भाजपा के कई लोग आना चाहते हैं। हम कह रहे हैं कि अभी मत ज्वाइन करों।

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