1 अक्टूबर को सील हो जाएंगे पंजाब-हिमाचल के बॉर्डर? टैक्सी ऑपरेटरों ने दी सरकार को चेतावनी; ये है पूरा विवाद
एक अक्टूबर को पंजाब-हिमाचल के बॉर्डल सील हो सकते हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि पंजाब के टैक्सी ऑपरेटरों ने यह बात कही है। उन्होंने हिमाचल सरकार को चेतावनी दी है कि अगर बाहरी राज्यों की टैक्सी पर लगाए गए अतिरिक्त टैक्स को वापस नहीं लिया गया ड्राइवर बॉर्डर सील करने पर मजबूर हो जाएंगे। पंजाब की टैक्सी यूनियनों को शिमला के टैक्सी संचालकों का समर्थन भी प्राप्त है।
By Anil ThakurEdited By: Rajat MouryaUpdated: Wed, 27 Sep 2023 06:29 PM (IST)
शिमला, जागरण संवाददाता। Punjab Taxi Tax Dispute हिमाचल में बाहरी राज्यों से आने वाले टैक्सी ऑपरेटरों से लिए जाने वाले अतिरिक्त टैक्स का मामला तूल पकड़ गया है। पंजाब टैक्सी ऑपरेटरों ने दोटूक चेतावनी दी है कि अगर मुख्यमंत्री ने बैठक को लेकर समय नहीं दिया तो 1 अक्टूबर को पंजाब के बॉर्डर को सील कर दिया जाएगा। शिमला टैक्सी ऑपरेटरों ने भी सरकार से बाहरी राज्यों से आने वाली टैक्सी ऑपरेटरों से अतिरिक्त टैक्स न लेने की मांग की है।
ज्वांइट एक्शन कमेटी के चैयरमैन राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि अगर पंजाब की सरकार भी हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटरों से टैक्स लेने लगी तो ऐसे में हिमाचल के टैक्सी ऑपरेटरों को भी नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि जब टैक्सी ऑपरेटर्स एक बार टैक्स भर रहे हैं और ऑल इंडिया परमिट टैक्सी ऑपरेटरों के पास है तो किसी भी राज्य में अतिरिक्त टैक्स नहीं लगना चाहिए।
'11 सितंबर को थी अधिकारियों से मुलाकात, लेकिन अभी तक...'
उन्होंने कहा कि पंजाब की आजाद टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन के पदाधिकारियों ने बीते 11 सितंबर को परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों से मुलाकात की थी। अधिकारियों ने आश्वस्त किया था कि मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से इस विषय पर बात की जाएगी। अभी तक इसको लेकर कोई समाधान नहीं निकाला गया है। बीते 18 सितंबर को परवाणू में विरोध स्वरूप सांकेतिक धरना किया गया था। उपायुक्त सोलन ने आश्वस्त किया जल्द ही मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से बैठक की जाएगी। इसके लिए 27 व 28 तारिख का समय दिया। लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री व विभाग की ओर से बैठक को लेकर निमंत्रण नहीं आया है।ये भी पढ़ें- Himachal News: कुल्लू और शिमला से अमृतसर के लिए इस दिन से शुरू हो रही हवाई सेवा, जानिए शेड्यूल और किराया
उन्होंने कहा कि यदि सरकार बैठक के लिए नहीं बुलाती है और इस विषय पर चर्चा नहीं की जाती है तो 1 अक्टूबर से पंजाब के बॉर्डर सील किए जाएंगे। उन्होंने चेताया कि पहले 100 गाड़ियां लेकर पंजाब के टैक्सी ऑपरेटर्स आए थे। लेकिन अब 400 से 500 वाहन इस प्रदर्शन में आएंगे। वहीं इस आंदोलन की जिम्मेदारी सोलन प्रशासन व परिवहन विभाग की होगी।