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'सुक्‍खू सरकार नहीं कर पाई अपने वादे पूरे, आपदा के दौर में केंद्र ने दिया साथ'; राजीव बिंदल का कांग्रेस पर निशाना

Himachal Pradesh News हिमाचल के भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस सरकार यह धारणा बनाना चाहती है कि प्रदेश की मदद के लिए केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही। अब तक 1142 करोड़ रुपये की सहायता केंद्र सरकार दे चुकी है। प्रदेश के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 400 करोड़ रुपये देने की घोषणा की।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Fri, 27 Oct 2023 10:38 AM (IST)
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राजीव बिंदल ने कांग्रेस पर साधा निशाना

जागरण संवाददाता, धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के भाजपा के प्रदेश अध्‍यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है। उन्‍होंने आपदा राहत पर कांग्रेस के दावों को झूठा बताया है। कांग्रेस सरकार यह धारणा बनाना चाहती है कि प्रदेश की मदद के लिए केंद्र सरकार कुछ नहीं कर रही। अब तक 1142 करोड़ रुपये की सहायता केंद्र सरकार दे चुकी है।

आपदा राहत पर कांग्रेस का झूठ

केंद्र सरकार ने पहले चरण में 361 करोड़ रुपये दिए। प्रदेश के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने 400 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। उसके बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के दौरे के बाद केंद्र ने 200 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। केंद्र ने 181 करोड़ रुपये आपदा राहत के लिए दिए। अब तक 1142 करोड़ रुपये की सहायता केंद्र सरकार दे चुकी है।

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प्रदेश सरकार ने आपदा प्रभावितों के लिए 4500 करोड़ रुपये का पैकेज घोषित किया है, जिसका हम स्वागत करते हैं। लेकिन इसके लिए भी केंद्र से मिले पैसे का ही प्रयोग किया जा रहा है। मनरेगा का पैसा उपयोग हो रहा है, विकास कार्यों में कटौती की जा रही है और शहरी निकायों से विकास के लिए मिला पैसा वापस लिया गया है। कांग्रेस के नेता लोगों के बीच यह धारणा बनाने के लिए प्रचार कर रहे हैं कि केंद्र ने कुछ नहीं दिया। सच यह है कि केंद्र सरकार प्रदेश के साथ खड़ी है।

कांग्रेस सरकार वादे पूरे नहीं कर पाई

कांग्रेस ने 10 गारंटी देकर लोगों को लुभाया और सिर्फ एक प्रतिशत वोट से भी कम अंतर से चुनाव जीता, लेकिन नौ माह में सरकार कोई भी गारंटी पूरी नहीं कर पाई है। 18 से 60 साल की 22 लाख महिलाओं को 1500 रुपये नहीं मिले, एक लाख नौकरियां देने का वादा पूरा नहीं हो पाया। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने चुनावी सभा में कहा था प्रदेश में 67 हजार पद रिक्त हैं, जिन्हें भरा जाएगा और बाकी पद सृजित किए जाएंगे।

इसके उलट कांग्रेस ने सत्ता संभालने के बाद 1500 से अधिक संस्थान बंद कर दिए, नई भर्ती नहीं हुई, विकास कार्य ठप हैं। आउटसोर्स कर्मियों के लिए नीति बनाने का वादा भी पूरा नहीं हो पाया। कई लोगों की नौकरी छीन ली गई है। सरकारी विभागों में कोई तालमेल नहीं है। सब अपने-अपने हिसाब से कार्य कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार से लोग निराश हैं और अब झूठे वादों पर विश्वास करने के लिए पछता रहे हैं।

हिमाचल का देशभक्त मतदाता मोदी को चुनेगा

हम 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। सबसे महत्वपूर्ण कड़ी बूथ हैं, जिनकी मजबूती के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके लिए अधिक से अधिक लोगों को पार्टी के साथ जोड़ा जाएगा। लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी कौन होगा, इस पर निर्णय पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा।

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भाजपा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में एक ही चेहरा है, जिसके दम पर हम चुनाव में उतरेंगे और जीत दर्ज कर केंद्र में तीसरी बार सरकार बनाएंगे। हिमाचल प्रदेश का मतदाता देशभक्त है और वह प्रधानमंत्री के रूप में मोदी को ही देखना चाहता है। इस बार भी प्रदेश की चारों सीटों पर भाजपा जीत का परचम लहराएगी। पार्टी में कहीं असंतोष नहीं है। इंटरनेट मीडिया पर कई बातें उठती हैं, जिन पर विश्वास नहीं किया जा सकता।

कांगड़ा हमारे लिए महत्वपूर्ण

कांग्रेस सरकार में प्रदेश में कहीं पर भी विकास नहीं हो पा रहा है। कांगड़ा भौगोलिक व राजनीतिक दृष्टि से बड़ा जिला है और यह भाजपा के लिए हमेशा महत्वपूर्ण रहा है। भाजपा ने जिले में विकास को हमेशा प्राथमिकता दी। कांग्रेस सरकार कुछ भी ऐसा कार्य नहीं करवा पाई है, जिसे लोग गिना सकें। कांगड़ा को मंत्रिमंडल में भी उचित स्थान नहीं मिल सका है।

कांग्रेस के झांसे में आ गए लोग

कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में झूठी गारंटियों के सहारे धारणा बनाने का प्रयास किया और लोगों को आकर्षित करने में सफल रहे। पिछली जयराम सरकार ने अच्छा कार्य किया था। यही कारण है कि हार का अंतर एक प्रतिशत से भी कम रहा। 20 के करीब सीटें ऐसी रहीं, जहां जीत का अंतर 1000 वोट से भी कम था। भाजपा ने लोगों की सुविधा के लिए कई योजनाएं चलाईं, कई विकास कार्य करवाए लेकिन कांग्रेस के झांसे में लोग आ गए। अब लोग कांग्रेस सरकार से निराश हैं क्योंकि जो वादे किए गए थे, वे पूरे नहीं हो पा रहे।