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कंगना रनौत के बयान पर हिमाचल विधानसभा में हंगामा, संसदीय कार्य मंत्री ने कहा- निंदा प्रस्ताव लाना चाहिए

कंगना रनौत के किसान आंदोलन को लेकर दिए बयान से देश में सियासी माहौल गर्म है। हिमाचल प्रदेश के संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि कंगना के बयान से किसानों और बागवानों का अपमान हुआ है। उन्होंने कहा कि कंगना के बयान पर सदन में निंदा प्रस्ताव लाना चाहिए। विक्रमादित्य सिंह ने भी कंगना रनौत के बयान की निंदा की।

By Anil Thakur Edited By: Rajiv Mishra Updated: Tue, 27 Aug 2024 04:06 PM (IST)
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हर्षवर्धन चौहान कंगना के बयान पर साधा निशाना (फाइल फोटो)

जागरण संवाददाता, शिमला। मंडी से लोकसभा सदस्य कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान का मामला विधानसभा में भी गूंजा। बागवानी व राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि कंगना रनौत का बयान किसान व बागवानों का अपमान है। इस बयान से कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि इस पर मामला दर्ज किया जाए।

'कंगना का बयान किसानों का अपमान है'

इससे पहले संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने किसान आंदोलन को लेकर दिए कंगना रनौत के बयान को पढ़ा। उन्होंने कहा कि सांसद ने ऐसा बयान देकर देश के किसान व बागवानों का अपमान किया है। इस पर सदन में चर्चा कर निंदा प्रस्ताव लाकर बयान का खंडन करना चाहिए।

विपक्ष के सदस्यों को भी इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि वह कंगना रनौत के इस बयान का समर्थन करते हैं या नहीं। हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि कंगना रनौत अपने विवादित बयानों (कांट्रोवर्सी) के लिए मशहूर है। अन्नदाता को हत्यारा देश के किसानों का अपमान है जिसकी निंदा करते हैं।

कंगना के बहाने केंद्र को घेरा

हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि कंगना इस तरह के बयान के लिए अधिकृत नहीं है। सांसद द्वारा देश के किसानों को हत्यारा-बलात्कारी बोलना दुखद है।

उन्होंने कहा कि कंगना कहती हैं कि अमेरिका और चीन देश में अस्थिरता फैला रहे हैं। यानी केंद्र सरकार की विदेश नीति इतनी कमजोर हो गई कि चीन-अमेरिका यहां अस्थिरता फैला रहे हैं। हर्ष वर्धन चौहान ने सदन में निंदा प्रस्ताव पास करने का आग्रह किया।

हमेशा उटपटांग बोलती हैं कंगना- राठौर

ठियोग से विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि कंगना के बयान से किसान-बागवान आहत है। उन्होंने कहा कि कंगना रनौत हमेशा उटपटांग बोलने की आदत हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के क्षेत्र से आती हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में 700 किसान शहीद हुए। किसानों को बलात्कारी कहना सही नहीं है।

जैसे ही राठौर ने बोलना शुरू किया, विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया और नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में आसन पर खड़े होकर कहा कि कंगना के बयान से भाजपा हाईकमान भी पल्ला झाड़ चुका है। इसलिए इस पर वोट की जरूरत नहीं है।

जयराम बोले- पहले स्पष्ट किया जा चुका, यह पार्टी का मत नहीं

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि जो सदस्य इस सदन का हिस्सा नहीं है और सदन में मौजूद नहीं है। उस पर चर्चा करने की इस सदन की परंपरा नहीं है। पार्टी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि यह पार्टी का मत नहीं है। यह उनका निजी मत हो सकता है। जब पार्टी ने खंडन कर दिया है। ऐसे में सदन में लाने की क्या जरूरत है।

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विक्रमादित्य सिंह ने भी की निंदा

राज्य लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कंगना रनौत किसान आंदोलन पर दिए बयान की कड़ी निंदा की है। प्रेस को जारी एक बयान में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि कंगना रनौत को इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर बोलने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सांसद द्वारा चीन और अमेरिका का हाथ होने की बात कहना दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स को स्पष्ट करना चाहिए कि हमारे इंटरनल मैटर में चीन और अमेरिका हस्तक्षेप कर रहा है। क्या हमारी विदेश नीति इतनी कमजोर हो गई है कि आंतरिक मामलों में चीन-अमेरिका हस्तक्षेप कर रहा है। उन्होंने कंगना को सोच समझकर बयानबाजी करने की नसीहत दी।

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