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संजौली मस्जिद विवाद: शिमला में निकाला गया सद्भावना मार्च, महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने लोगों ने ली प्रतिज्ञा

हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद विवाद के बीच सद्भावना मार्च निकाला गया। शिमला फॉर पीस एंड हार्मनी के बैनर तले लोगों ने शांति और धार्मिक सद्भाव का संदेश दिया। मार्च में मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हुए। इस मार्च का उद्देश्य शिमला में शांति और भाईचारे को बढ़ावा देना है। हाल ही में संजौली और मंड में मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर काफी विरोध हुआ था।

By Rohit Sharma Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Fri, 27 Sep 2024 05:05 PM (IST)
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शिमला में सद्भावना मार्च शांति और एकता का संदेश

जागरण संवाददाता, शिमला। राजधानी शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद में शांति बनाए रखने के लिए शुक्रवार को शिमला में सद्भावना मार्च निकाला गया। शिमला फार पीस एंड हार्मनी संगठन के बैनर तले लोग इसमें शामिल हुए।

दोपहर करीब पौने 12 बजे उपायुक्त कार्यालय से शांति एवं सद्भावना बनाए रखने के नारे लगाते हुए लोग लोअर बाजार से शेर-ए-पंजाब के पास तक पहुंचे। यहां से बिना नारेबाजी मालरोड, स्कैंडल प्वाइंट से होते हुए रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष लोगों ने धार्मिक समरसता, शांति और सद्भावना की प्रतिज्ञा ली।

सद्भावना मार्च में वामपंथी, मुस्लिम संगठन के अलावा समाज के कई वर्गों के लोग शामिल रहे। पूर्व आइएएस अधिकारी दीपक सानन एवं अजय शर्मा, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ एडवांस स्टडी के पूर्व निदेशक डा. चेतन शर्मा, नगर निगम शिमला के पूर्व मेयर संजय चौहान, पूर्व विधायक राकेश सिंघा, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रोफेसर समेत कई विद्यार्थी शामिल रहे।

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माकपा नेता व पूर्व मेयर संजय चौहान ने कहा कि शिमला में सभी धर्मों के लोग मिलजुल कर रहते हैं, लेकिन अब विवाद को लेकर माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि हिमाचल शांतिपूर्ण प्रदेश है। 1984 के दंगों के दौरान भी सभी धर्म-संप्रदाय के लोगों ने एकता का परिचय देते हुए आपसी भाईचारे को बनाए रखा था।

बाहर से आए लोगों का सत्यापन करवाएं

कुतुब मस्जिद शिमला कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद पीरू ने कहा कि वह 25 वर्ष से शिमला में रह रहे हैं और यहां पर आज तक कभी इस तरह का माहौल पैदा नहीं हुआ। हालांकि, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि बाहर से आने वालों का सरकार व प्रशासन सत्यापन करवाएं ताकि शिमला में माहौल खराब न हो। उन्होंने कहा कि इस मार्च से माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने का संदेश दिया है।

प्रदेशभर में होगा प्रदर्शन

शनिवार को देवभूमि संघर्ष समिति के बैनर तले हिंदू संगठन संजौली में मस्जिद के अवैध निर्माण के विरोध में प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन शिमला सहित हर जिला मुख्यालय में होगा। नगर निगम शिमला के आयुक्त की अदालत में पांच अक्टूबर को मामले पर सुनवाई होगी।

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