क्या है संजौली मस्जिद विवाद? सदन से लेकर हैदराबाद तक गूंजी जिसकी आवाज; सिलसिलेवार तरीके से पढ़ें अब तक का घटनाक्रम
शिमला में संजौली अवैध मस्जिद (Sanjauli Mosque Dispute) को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एक तरफ मस्जिद को लेकर हिंद संगठन विरोध कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ सदन में भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। वहीं अब इस मस्जिद को लेकर राजनीतिक तेज हो गई है। असदुद्दीन ओवैसी इसको लेकर हिमाचल सरकार पर हमला बोला है।
नितीश कुशवाहा, शिमला। Sanjauli Masjid Controversy: संजौली में अवैध रूप से बनी मस्जिद को लेकर पिछले कई दिनों से हिंदू संगठनों द्वारा विरोध किया जा रहा है। यह विवाद सदन तक पहुंच चुका है। संजौली अवैध मस्जिद विवाद को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हिमाचल सरकार पर हमला बोला है।
इतना ही नहीं असदुद्दीन ओवैसी के हमले को लेकर हिमाचल सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह और अनिरुद्ध सिंह ने पलटवार भी किया है। आइए जानते हैं आखिर क्या है संजौली मस्जिद विवाद और अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ है।
क्या है संजौली मस्जिद विवाद?
संजौली मस्जिद विवाद (Illegal Construction of Mosque) की शुरुआत एक लड़ाई से हुई। दरअसल, मल्याणा क्षेत्र में विक्रम सिंह नाम के एक 37 वर्षीय व्यक्ति के साथ कुल छह लोगों ने मारपीट की थी। इस मारपीट को लेकर विक्रम ने केस दर्ज कराया था। मारपीट के बाद से आरोप लगा कि वारदात को अंजाम देकर आरोपित मस्जिद में छिप गए।
जिसके बाद हिंदू संगठनों ने संजौली मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन किया और अवैध बताकर मस्जिद को गिराने की बात कही। देखते ही देखते ये मामला और तूल पकड़ लिया। उधर पुलिस ने मारपीट वाले मामले में छह आरोपितों गुलनवाज (32 साल), सारिक (20 साल), सैफ अली (23 साल), रोहित ( 23 साल) समते दो नाबालिगों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। बाद में नाबालिगों को उनके परिवार को सुपुर्द कर दिया गया।
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अनिरुद्ध सिंह ने सदन में गंभीरता से उठाया मुद्दा
संजौली मस्जिद विवाद (Sanjauli Mosque Dispute) का हंगामा इतना बढ़ा कि इसकी आवाज सदन तक में गुंजने लगी। सदन में कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि संजौली मस्जिद को लेकर जो प्रदर्शन हुआ है, वो बिल्कुल सही हुआ है। मस्जिद सरकारी जमीन पर बनी है और कोर्ट में इसको लेकर केस चल रहा है।
साथ ही उन्होंने इस मामले को गंभीरता से उठाते हुए कहा कि बाहर से आकर लोग यहां का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने ये तक कह दिया कि वहां काफी सारे लोग बांग्लादेश से भी आए हैं। कैबिनेट मंत्री ने अवैध मस्जिद को गिराने की भी बात कही।
असदुद्दीन ओवैसी ने हिमाचल सरकार को घेरा
संजौली मस्जिद विवाद को लेकर विधानसभा में कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बयान पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि हिमाचल की कांग्रेस सरकार भाजपा की भाषा बोल रही है। उन्होंने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के 'मोहब्बत की दुकान'के नारे को लेकर तंज कसते हुए कहा कि हिमाचल कांग्रेस की मोहब्बत की दुकान में नफरत ही नफरत है।
ओवैसी को विक्रमादित्य और अनिरुद्ध सिंह का जवाब
औवेसी के इस बयान को लेकर कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि वह सिर्फ और सिर्फ अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रहे हैं। इतना ही नहीं विक्रमादित्य सिंह ने भी औवेसी पर हमला बोलते हुए उनको भाजपा की बी टीम बता दिया। उन्होंने कहा कि औवेसी को हिमाचल में नहीं बल्कि अपने यहां ध्यान देना चाहिए।
बता दें कि सदन में विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण पर कानूनी कार्रवाई होगी। मस्जिद को लेकर अवैध निर्माण का मामला आज का नहीं है बल्कि यह मामला नगर निगम शिमला की आयुक्त की अदालत में साल 2010 से विचाराधीन है।
सीएम सुक्खू का बयान भी आया सामने
संजौली अवैध मस्जिद विवाद को लेकर अब मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का बयान भी सामने आया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी धर्म के लोगों का सम्मान है। सभी लोग कानून से बंधे हुए हैं, मगर प्रदेश में प्रदर्शन के नाम पर किसी को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह स्थिति किन कारणों के चलते बनी इसको लेकर जांच की जा रही है।
हिंदू संगठनों ने पढ़ा हनुमान चालीसा
हिंदू संगठन संजौली मस्जिद को लेकर अपना प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं। गुरुवार को शहर भर में हिंदू संगठनों ने हल्ला बोला। चौड़ा मैदान से लेकर संजौली तक हजारों की संख्या में हिंदू संगठनों के लोगों ने अवैध रूप से बनी मस्जिद को तोड़ने की मांग की।
देव भूमि क्षत्रिय संगठन की ओर से हिंदू संगठनों को संजौली चलो का एक आह्वान किया गया था। इसे कल शाम को बदलकर चौड़ा मैदान में करने का फैसला किया। चौड़ा मैदान में हिंदू संगठन के साथ कांग्रेस के तीन पार्षद और शहर के काफी हिंदू समर्थक लोग मौजूद रहे।
इस दौरान हिंदू संगठन के सदस्यों ने हनुमान चालीसा पढ़ा और हिंदू देवी-देवताओं के नारे भी लगाए। एक समय चौड़ा मैदान हर हर महादेव, राधे राधे से लेकर जय श्रीराम के नारों से गूंजता रहा।