Shimla Mosque Row: हिमाचल में शांत होते मस्जिद विवाद को सुलगा गया जमई, अब गिरफ्तारी की मांग पर अड़ी भाजपा
हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष शोएब जमई ने एक भड़काऊ वीडियो जारी किया है जिससे हिंदू संगठन फिर से मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। जमई ने मस्जिद को अवैध बताए जाने पर सवाल उठाए हैं और कहा है कि वैध या अवैध का निर्णय कोर्ट करेगा यहां के लोग नहीं।
जागरण संवाददाता, शिमला। Shimla Mosque Row: असद्दुदीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष एवं आढ़ती शोएब जमई ने शांत होते शिमला के संजौली मस्जिद विवाद को फिर सुलगा दिया है।
जमई ने मस्जिद मामले पर भड़काऊ वीडियो जारी किया, जिस पर प्रदेशभर के हिंदू संगठन फिर मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। शिमला के संजौली स्थित मस्जिद में अवैध तरीके से निर्माण किया गया है। इसके बाद वक्फ बोर्ड और मस्जिद निर्माण कमेटी ने कहा कि वे खुद अवैध निर्माण को तोड़ना चाहते हैं।
मामला निगम आयुक्त की अदालत में चल रहा है। इसके बाद से प्रदर्शन थम गए, लेकिन जमई ने विवाद को फिर हवा दे दी है। हिंदू संगठन जमई की गिरफ्तारी की मांग भी कर रहे हैं। ऐसा न होने पर फिर से आंदोलन की बात कह रहे हैं। भाजपा इस मामले में अब तक अवैध या वैध की ही बात कर रही थी, जो अब खुलकर सामने आई है।
नेता की गिरफ्तारी होनी चाहिए: जयराम ठाकुर
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने साफ तौर पर कहा कि मुस्लिम नेता की गिरफ्तारी होनी चाहिए, बल्कि पूरे सिस्टम में जहां खामियां रही हैं, वहां पर कार्रवाई होनी चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा है कि मस्जिद के स्थानीय लोगों के साथ के बिना ऐसा वीडियो बनाना संभव नहीं है। पूरे मामले की सरकार गंभीरता से जांच करे।
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देवभूमि संघर्ष समिति के संयोजक मदन ठाकुर ने कहा कि इस तरह से इंटरनेट मीडिया का प्रयोग कर मामले को तूल देने का प्रयास किया जा रहा है। इस पर पुलिस प्रशासन व सरकार को रोक लगानी चाहिए। जल्द प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए।
क्या कहा जमई ने जमई ने वीडियो में मस्जिद को अवैध बताए जाने पर सवाल उठाए थे। कहा था, वैध या अवैध का निर्णय कोर्ट करेगा, यहां के लोग नहीं। मामले में जनहित याचिका उच्च न्यायालय में दायर की जाएगी। शिमला में और भी अवैध भवन बने हैं और कानून सबके लिए समान होता है।
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