Himachal: गेस्ट लेक्चरर पार्ट टाइम भर्ती करने का फैसला वापस ले सरकार, SFI ने किया विरोध; शिक्षकों के 11 हजार पद भरे जाएं
Himachal राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार केंद्र की भाजपा सरकार के आगे घुटने टेक चुकी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसी शिक्षा व्यवस्था को तबाह करने वाली नीति को हिमाचल प्रदेश में लागू करने पर उतारू हो रही है। देश सरकार शिक्षा विभाग में 11000 रिक्त पड़े पदों को स्थाई रूप से भरने में अपने हाथ पीछे खींच रही है।
जागरण संवाददाता, शिमला। एसएफआई हिमाचल प्रदेश राज्य कमेटी ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में रिक्त पड़े पदों को गेस्ट लेक्चरर या फिर पार्ट टाइम अध्यापकों के माध्यम से भर्ती करने के फैसले का विरोध करते हुए इसे तुरंत वापस लेने मांग की है।
शिक्षा व्यवस्था को तबाह करने पर आमादा सरकार
राज्य सचिव अमित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार केंद्र की भाजपा सरकार के आगे घुटने टेक चुकी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति जैसी शिक्षा व्यवस्था को तबाह करने वाली नीति को हिमाचल प्रदेश में लागू करने पर उतारू हो रही है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति का ही नतीजा है। आज हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में रिक्त पदों को नियमित आधार पर ना भरते हुए वहां पर गेस्ट लेक्चरर के नाम से पार्ट टाइम अध्यापकों की भर्ती की जा रही है। इसका विरोध होने के बाद प्रदेश सरकार ने शिक्षक वीर नीति के बारे में चर्चाओं को अफवाह बताते हुए आश्वासन दिया था। इस तरह की कोई नीति प्रदेश सरकार नहीं ला रही है।
11 हजार पद पड़े हैं खाली
छात्रों को गुणवत्ता वाली शिक्षा हासिल होगी और न शिक्षकों के पास स्थाई व सुरक्षित रोजगार। दूसरी और प्रदेश सरकार शिक्षा विभाग में 11000 रिक्त पड़े पदों को स्थाई रूप से भरने में अपने हाथ पीछे खींच रही है। सरकार इस फैसले को तुरंत वापिस नही करती है। एसएफआई आने वाले समय में सभी छात्रों व युवाओं को लामबंद करते हुए आंदोलन करेगी जिसकी जिम्मेवार सरकार होगी।यह भी पढ़ें- 'मैं सनातनी हूं, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जरूर जाऊंगा'; हिमाचल के लोक निर्माण मंत्री ने निमंत्रण देने के लिए PM का जताया आभारयह भी पढ़ें- Himachal Weather Update: बारिश-बर्फबारी से बढ़ेगी लोगों की परेशानी, हिमाचल के छह जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी; धुंध ने रोकी वाहनों की रफ्तार
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