Shimla: निराश्रित बालिकाओं को घर बनाने के लिए भूमि और धन देगी सरकार, अनाथ आश्रम में रहने की आयु भी बढ़ाई
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अनाथ आश्रम में रहने की आयु को 26 वर्ष से बढ़ाकर 27 वर्ष करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक निराश्रित बालिका को घर बनाने के लिए चार बिस्वा भूमि और पर्याप्त धनराशि भी प्रदान करेगी। (फाइल फोटो)
By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Fri, 03 Feb 2023 05:47 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अनाथ आश्रम में रहने के लिए आयु सीमा को एक वर्ष बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रत्येक निराश्रित बालिका को घर बनाने के लिए चार बिस्वा भूमि और पर्याप्त धनराशि भी प्रदान करेगी।
बुधवार को शिमला स्थित प्रदेश सचिवालय में एक 27 वर्षीय निराश्रित लड़की ने मुख्यमंत्री से भेंट कर उन्हें अवगत करवाया कि उसके पास रहने के लिए कोई आवास नहीं है, न ही वह अनाथ आश्रम में रह सकती है, क्योंकि यहां रहने के लिए आयु 26 वर्ष निर्धारित की गई है।
सुक्खू ने अनाथ आश्रम में रहने की बढ़ाई आयु
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अनाथ आश्रम में रहने की आयु को 26 वर्ष से बढ़ाकर 27 वर्ष करने का निर्णय लिया। अब यह लड़की एक वर्ष तक अनाथ आश्रम में रह सकती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस लड़की को घर बनाने के लिए भूमि और पर्याप्त धनराशि भी प्रदान की जाएगी। एक वर्ष के भीतर उसका अपना घर होगा।पशुपालकों को किया जागरूक
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर: हिमाचल प्रदेश के चयनित पशु संस्थानों में शीघ्र कृत्रिम गर्भाधान शुरू हो जाएगा। यह जानकारी बहुआयामी पशु चिकित्सालय रामपुर के प्रभारी डा. सुरेश कपूर ने दत्तनगर पशु अस्पताल में एक दिवसीय जागरूकता शिविर में दी।
यह शिविर राष्ट्रीय गोकुल मिशन के अंतर्गत आयोजित किया गया। डा. कपूर ने बताया कि जल्द रामपुर के विभिन्न संस्थानों में विशेषज्ञों की ओर से पशुपालकों को जागरूक किया जाएगा। इसके लिए विभाग कीे ओर से भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने पशुपालकों को विभाग की ओर से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में अवगत करवाया।
पशुओं से होने वाली बीमारियों की जानकारी दी
पशु पालीक्लीनिक रामपुर के डा. कुबेर शर्मा ने लोगों को पशुओं के उपयुक्त खानपान, रखरखाव एवं पशुओं से मनुष्यों में होने वाली विभिन्न बीमारियों के बारे में जानकारी दी। पशु चिकित्सालय दत्तनगर के प्रभारी डा. अनिल चौहान ने पशुपालकों को उन्नत पशुओं की नस्लें एवं नस्ल सुधार के लिए विभाग की ओर से किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया।
पशुपालकों को खनिज मिश्रण आवंटित किया गया और इसके लाभ बताए गए। इस कार्यक्रम में दत्तनगर एवं आसपास क्षेत्र के लगभग 100 से अधिक पशुपालक शामिल हुए।
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