Shimla Landslide: मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, प्रदेश के पांच जिला में भूस्खलन होने से सड़कें अवरुद्ध
हिमाचल में इस समय मूसलाधार बारिश हो रही है। पिछले दस घंटों से शिमला बिलासपुर मंडी कुल्लू कांगड़ा सोलन सिरमौर जिलों में भारी बारिश हो रही है। प्रदेश में हो रही भारी बारिश को देखते हुए जिला उपायुक्तों ने अपने स्तर पर स्कूलों व अन्य शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया है। मंडी जिला के अधिकांश क्षेत्रों में सड़कें अवरुद्ध होने के कारण वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Wed, 23 Aug 2023 10:43 AM (IST)
शिमला, राज्य ब्यूरो। Shimla Landslide: हिमाचल प्रदेश में गत रात्रि से इस समय भी मूसलाधार बारिश (Heavy rain in Himachal) हो रही है। पिछले दस घंटों से शिमला, बिलासपुर, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सोलन, सिरमौर जिलों में भारी बारिश हो रही है। प्रदेश में हो रही भारी बारिश को देखते हुए जिला उपायुक्तों ने अपने स्तर पर स्कूलों व अन्य शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया है। मंडी जिला के अधिकांश क्षेत्रों में सड़कें अवरुद्ध होने के कारण वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।
हो सकती थी बड़ी दुर्घटना
कांगड़ा-शिमला एनएच कई स्थानों पर भूस्खलन होने से बंद हुआ है। जिसके कारण छोटे वाहनों को छोड़ दें तो बड़े वाहन नहीं चल रहे हैं। राजधानी शिमला में मूसलाधार बारिश होने के कारण लिफ्ट के समीप दो पेड़ गिरने से पैदल चल रहे लोगों की जान बच गई। बारिश अधिक होने के कारण मालरोड पर लोग अधिक नहीं थे, अन्यथा बड़ी दुर्घटना पेश आ सकती है।
344 सड़के यातायात के लिए बंद
गत रोज बिलासपुर और शिमला में बहुत अधिक वर्षा हुई और चार मकानों को नुकसान होने के साथ लोगों के घरों में पानी घुस गया। बिलासपुर के बरठीं में 101 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है जबकि शिमला में 39, सिरमैार के सरहां में 28 मिलीमीटर सुंदरनगर में 12 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।मंगलवार को सुबह से ही वर्षा का क्रम जारी रहा। इसके कारण सड़कों और नालों में बहुत पानी बढ़ गया। वर्षा का क्रम दिन भर जारी रहा। प्रदेश में दो एनएच सहित 344 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं। ताजा वर्षा के बाद अधिकतम तापमान में करीब चार से आठ डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है
नुकसान का आकलन 8099.97 करोड़ पहुंचा
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार आज बुधवार सहित 24 व 25 अगस्त के लिए बहुत भारी वर्षा और अचानक बाढ़ आने को लेकर दस जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में बाढ़, भूस्खलन और बादल फटने के कारण अब तक नुकसान का आकलन 8099.97 करोड़ पहुंच गया है। अभी तक 348 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है।2220 मकान पूरी तरह से ध्वस्त
मानसून के दौरान 2220 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। 9819 मकानों को नुकसान हुआ है। 300 दुकानों के साथ 4695 गौशालाओं को नुकसान पहुंचा है। प्रदेश में अब तक हुए नुकसान में लोक निर्माण विभाग का नुकसान बढ़कर 2712.19 करोड़, जल शक्ति विभाग को 1860.52 करोड़, बिजली बोर्ड को 1707.35 करोड़ का नुकसान हुआ है।
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