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Shimla News: सुक्खू का निर्देश, बल्क ड्रग पार्क व मेडिकल डिवाइस पार्क प्रोजेक्ट शीघ्र पूरा करें

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला स्थित राज्य सचिवालय में उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में सीएम ने ऊना के हरोली में बल्क ड्रग पार्क की स्थापना के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) का जल्द गठन करने का निर्देश दिया।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Wed, 28 Dec 2022 11:59 AM (IST)
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सुक्खू का निर्देश, बल्क ड्रग पार्क व मेडिकल डिवाइस पार्क प्रोजेक्ट शीघ्र पूरा करें

शिमला, राज्य ब्यूरो : मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला स्थित राज्य सचिवालय में उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में सीएम ने ऊना के हरोली में बल्क ड्रग पार्क की स्थापना के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) का जल्द गठन करने का निर्देश दिया। साथ ही सोलन के नालागढ़ में मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना में तेजी लाने का निर्देश दिया।

कारगर योजना बनाने का निर्देश दिए 

उन्होंने सीमेंट ढुलाई विवाद को सुलझाने व राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए कारगर योजना बनाने का निर्देश भी दिए। सोलन जिले के औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में करीब 350 करोड़ रुपये से बनने वाले उत्तर भारत के पहले मेडिकल डिवाइस पार्क का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच अक्टूबर को किया था। इसके अलावा ऊना जिले के हरोली विधानसभा में 1300 करोड़ रुपये से बनने वाले बल्क ड्रग पार्क का शिलान्यास भी 13 अक्टूबर को पीएम मोदी ने किया था। मंगलवार को मुख्यमंत्री सुक्खू ने उद्योग विभाग के साथ बैठक में इन दोनों प्रोजेक्टों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए है।

रोड मैप तैयार करने के निर्देश दिए

मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग के साथ-साथ बिजली बोर्ड, हिमाचल पावर कारपोरेशन व ट्रांसमिशन निगम के अधिकारियों के साथ भी बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव आरडी धीमान के साथ बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक पंकज डढवाल व ऊर्जा विभाग के निदेशक हरीकेश मीणा व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने हिमाचल पावर कारपोरेशन को प्रदेश में 500 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का रोड मैप तैयार करने के निर्देश दिए।

100 मेगावाट की एक इकाई की लागत 1800 करोड़ रुपये

उन्होंने बिजली बोर्ड व पावर कारपोरेशन के अफसरों को कछुआ चाल से चल रहे बिजली प्रोजेक्टों के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने उहल पावर प्रोजेक्ट की लागत में भारी वृद्धि होने व अभी तक इसकी सभी इकाइयों में उत्पादन प्रारंभ न होने पर भी चिंता जाहिर करते हुए इस प्रोजेक्ट का काम तेजी से पूरा करने का निर्देश भी दिया। इस प्रोजेक्ट की 100 मेगावाट की एक इकाई की लागत 1800 करोड़ रुपये बताई जा रही है।