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Shimla News: हजारों की संख्या में शिमला पहुंचेंगे बिजली बोर्ड के कर्मचारी, पुरानी पेंशन को लेकर करेंगे मांग

हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड के कर्मचारी वीरवार को हजारों की संख्या में आकर शिमला में पुरानी पेंशन की मांग करेंगे। इसी तरह से वह बिजली बोर्ड प्रबंधन के वित्तीय प्रबंधन को लेकर भी सवाल उठाते हुए सरकार से प्रबंध निदेशक को बदलने की मांग तक कर सकते हैं। पहली बार देखा गया कि बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को महीना शुरू होने के सप्ताह पर बाद वेतन का इंतजार करना पड़ा।

By rohit nagpal Edited By: Nidhi Vinodiya Updated: Wed, 10 Jan 2024 09:36 PM (IST)
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हजारों की संख्या में शिमला पहुंचेंगे बिजली बोर्ड के कर्मचारी, File Photo
जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश बिजली बोर्ड के कर्मचारी वीरवार को हजारों की संख्या में आकर शिमला में पुरानी पेंशन की मांग करेंगे। इसी तरह से वह बिजली बोर्ड प्रबंधन के वित्तीय प्रबंधन को लेकर भी सवाल उठाते हुए सरकार से प्रबंध निदेशक को बदलने की मांग तक कर सकते हैं।

इतना ही नहीं बिजली बोर्ड के कर्मचारियों का आरोप है की पहली बार ऐसा हुआ है कि बिजली बोर्ड के कर्मचारियों को महीना शुरू होने के सप्ताह पर बाद तक वेतन का इंतजार करना पड़ा। दूसरी तरफ बिजली बोर्ड के पेंशन धारकों को भी इंतजार करना पड़ रहा है। इसको लेकर बिजली बोर्ड के कर्मचारियों में काफी आक्रोश है। 

राज्य बिजली बोर्ड के इंजीनियर और कर्मचारियों ने इसको लेकर एक संयुक्त मोर्चे का गठन क्या है। इसे संयुक्त मोर्चा के बैनर तले ही बिजली बोर्ड के कर्मचारी लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। है इसमें संयोजक इंजीनियर इंजीयनियर लोकेश ठाकुर और सह संयोजक कर्मचारी नेता हीरालाल वर्मा को बनाया है। दोनों ही कर्मचारी नेताओं ने संयुक्त ब्यान में कहा कि किसी भी तरह से बिजली बोर्ड कर्मचारियों के अनदेखी और उनके साथ सौतेले व्यवहार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वीरवार को हजारों की संख्या में बिजली बोर्ड कर्मचारी कुमार हाउस पहुंचेंगे। यहां पर महाधरना किया जाएगा।

पांच दिन तक बोर्ड मुख्यालय में किया धरना प्रदर्शन

राज्य बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने पहले 5 दिन लगातार भोजन अवकाश के दौरान कुमार हाउस में धरना दिया । अपनी मांगों को लेकर बिजली बोर्ड प्रबंधन को घेरा। कर्मचारियों की मुख्य मांग है कि उन्हें भी सरकार के कर्मचारियों की तरह पुरानी पेंशन बहाल करें। बिजली बोर्ड के प्रबंधन के वित्तीय ग्रुप प्रबंधन को देखते हुए प्रबंधन में बदलाव किया जाए।

वेतन पहले और पेंशन देरी से क्यों

बिजली बोर्ड प्रबंधन ने कर्मचारियों के वेतन तो दो से तीन दिन पहले दे दिया है। अब पेंशन के लिए पेंशनरों को इंतजार करना पड़ा। उनका तर्क है कि बिजली बोर्ड के 52 साल के इतिहास में अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। जब बिजली बोर्ड में वेतन व पेंशन की देने लायक हालत तक नहीं रही है।

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