Shimla: ग्रामीण सड़कों पर Steel Crash Barrier लोगों का बचाएंगे जीवन, सभी रास्तों पर लागू होगा यह प्रविधान
हिमाचल प्रदेश की सभी सड़कों की डीपीआर में अब स्टील क्रैश बैरियर का प्रविधान होगा। सरकार ने सुनिश्चित किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाली सड़कों की डीपीआर में स्टील क्रैश बैरियर लगाने का प्रविधान पहले से शामिल रहेगा। राज्य के दुर्गम क्षेत्रों सहित 705 किमी सड़कों को स्टील क्रैश बैरियर की सुरक्षा देकर वाहनों को सुविधा प्रदान की गई है।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Fri, 13 Oct 2023 09:18 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, शिमला। प्रदेश की ग्रामीण सड़कों पर दुर्घटनाओं की संभावना नहीं रहेगी। इसके पीछे कारण ये है कि इन सड़कों के किनारों पर स्टील क्रैश बैरियर लगेंगे, जोकि छोटे-बड़े वाहनों को सुरक्षित रखेंगे। दूरदराज क्षेत्रों की इन सड़कों पर अकारण ही लोगों का जीवन नहीं जाएगा। लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित गांव की सड़कें एक वाहन के चलने योग्य होते हैं, इन सड़कों की चौड़ाई अधिक नहीं होती। जहां पर आमने-सामने से वाहनों के गुजरने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती है।
स्टील क्रैश बैरियर लगाने का प्रविधान पहले से रहेगा शामिल
सरकार ने सुनिश्चित किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बनने वाली सड़कों की डीपीआर में स्टील क्रैश बैरियर लगाने का प्रविधान पहले से शामिल रहेगा। राज्य के दुर्गम क्षेत्रों सहित 705 किमी सड़कों को स्टील क्रैश बैरियर की सुरक्षा देकर वाहनों को सुविधा प्रदान की गई है। स्टील क्रैश बैरियर तीव्र मोड़ पर सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर लगाए जाएंगे।
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इसके अतिरिक्त पुरानी सड़कों पर स्टील क्रैश बैरियर लगाने के लिए और डंगों का निर्माण, सुरक्षित वाहन चलाने के लिए सड़कों के किनारे चेतावनी बोर्ड और ब्लैक स्पाट दूर करने के लिए लोक निर्माण विभाग को मौजूदा वित्त वर्ष के लिए तीस करोड़ का बजट आबंटित किया गया है।
5 हजार प्रति मीटर स्टील क्रैश बैरियर लागत
थ्री टीयर स्टील क्रैश बैरियर प्रति मीटर लगाने की पांच हजार रुपये लागत आती है। इस क्षमता के स्टील क्रैश बैरियर से वाहन टकराने के बाद वाहन सुरक्षित ठहर जाता है। छोटे वाहनों की पहाड़ी से नीचे लुढ़कने की संभावना खत्म हो जाती है। स्टील क्रैश बैरियर लगाने की सिफारिश अधिकारियों की टीम करती है।यह भी पढ़ें: Mandi News: कीरतपुर मनाली फोरलेन पर तीन नई सुरंगों की एलाइनमेंट पर मुहर, सदस्य तकनीकी ने किया निरीक्षण
वैसे तो फोरलेन और अधिकांश राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारों पर वाहनों की सुरक्षा के लिए स्टील क्रैश बैरियर आवश्यक तौर पर लगाए जाते हैं। लेकिन राज्य की सड़कों में किसी भी तरह की दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए स्टील क्रैश बैरियर सर्वाधिक उपयोगी हैं। सरकार की ओर से ऐसी व्यवस्था की गई है कि किसी भी नई सड़क की तैयार होने वाली डीपीआर में स्टील क्रैश बैरियर के बजट को भी रखा गया है। ताकि अलग से बैरियर लगाने के लिए धनकी जरूरत न पड़े। -अजय गुप्ता, इंजीनियर-इन-चीफ लोक निर्माण विभाग।
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