Shimla Snowfall: वर्षा व हिमपात से 300 बस रूट और 276 मार्ग पर यातायात बाधित
वर्षा-हिमपात के बाद 300 बस रूट बाधित हैं और 276 मार्ग बंद हैं। 172 ट्रांसफार्मर खराब होने से बिजली आपूर्ति बाधित है। लाहुल-स्पीति में 177 कुल्लू में 42 शिमला में 30 मंडी में 17 किन्नौर में पांच चंबा में तीन और कांगड़ा जिला में दो मार्गों पर यातायात बंद है।
By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Sun, 15 Jan 2023 09:27 AM (IST)
शिमला, राज्य ब्यूरो : प्रदेश में वर्षा-हिमपात के बाद 300 बस रूट बाधित हैं और 276 मार्ग बंद हैं। 172 ट्रांसफार्मर खराब होने से कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित है। लाहुल स्पीति में 177, कुल्लू में 42, शिमला में 30, मंडी में 17, किन्नौर में पांच, चंबा में तीन और कांगड़ा जिला में दो मार्गों पर यातायात बंद है। लाहुल स्पीति में 126, शिमला में 28, चंबा में 10 व मंडी में आठ ट्रांसफार्मर खराब हैं। कड़ाके की ठंड में बिजली नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि, बर्फ के बीच बोर्ड के कर्मचारी मरम्मत कार्य में जुटे हैं।
वर्षा आने से सूखे से थोड़ी राहत
शुक्रवार रात शिमला में करीब दो इंच, कुफरी में छह इंच, नारकंडा में पांच इंच ताजा हिमपात हुआ है। विशेषज्ञों के अनुसार वर्षा-हिमपात कृषि-बागवानी के लिए काफी फायदेमंद है। हालांकि, गेहूं सहित अन्य फसलों के लिए वर्षा पर्याप्त नहीं है, लेकिन सूखे जैसी स्थिति से कुछ राहत जरूर मिली है। मौसम विभाग ने रविवार को ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर और सिरमौर जिला में शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की है। इन चार जिलों के साथ कांगड़ा, मंडी व सोलन में घना कोहरा पड़ने की चेतावनी भी दी है।
इस कारण यातायात प्रभावित होगा। प्रदेश में अधिकतर स्थानों पर तीन दिन तक मौसम साफ रहने की संभावना है। 18 जनवरी से एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। शनिवार को अधिकतम तापमान में सबसे अधिक गिरावट ऊना में 6.6 व मनाली में 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई।
एक साथ आए दो बार भूकंप के झटके
हिमाचल में एक साथ दो बार भूकंप के झटके प्रदेश में शनिवार को भूकंप के लगातार दो झटके महसूस किए गए। पहला झटका सुबह 5.10 बजे आया। भूकंप का केंद्र कांगड़ा में जमीन के पांच किलोमीटर नीचे था। भूकंप की तीव्रता 2.8 मापी गई। दूसरा झटका सात मिनट के बाद 5.17 बजे आया। इसका केंद्र चंबा में जमीन के पांच किलोमीटर नीचे था। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.2 मापी गई।
ये झटके चंबा सहित कांगड़ा, कुल्लू व लाहुल स्पीति में भी कई स्थानों पर महसूस किए गए। कहीं से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। हिमाचल प्रदेश भूकंप के लिए अति संवेदनशील है। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि लगातार भूकंप के झटके आने से बड़े झटकों की संभावना कम हो जाती हैं।
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