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Shimla Traffic System: ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले हो जाएं सावधान, शिमला में स्वत: चालान का ट्रायल शुरू

शिमला में तेज रफ्तार बिना सीट बेल्ट सहित अन्य यातायात नियम तोड़ने वाले चालकों का अब आटोमेटिक चालान कटेगा। पहले चालक पुलिस को चकमा देकर निकल जाते थे लेकिन अब तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे की नजर से नहीं बच पाएंगे।

By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Fri, 06 Jan 2023 02:42 PM (IST)
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शिमला में स्वत: चालान का ट्रायल शुरू
जागरण संवाददाता, शिमला: राजधानी शिमला में तेज रफ्तार, बिना सीट बेल्ट सहित अन्य यातायात नियम तोड़ने वाले चालकों का अब आटोमेटिक (स्वत:) चालान कटेगा। पहले चालक पुलिस को चकमा देकर निकल जाते थे, लेकिन अब तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे की नजर से नहीं बच पाएंगे।

शिमला पुलिस सीसीटीवी कैमरे और इंफ्रारेड डिवाइस लगाने जा रही है। प्रोजेक्ट दो चरणों में लागू होगा। ठियोग थाना के तहत पड़ते फागू में इसका ट्रायल शुरू कर दिया है। अगले 10 दिन तक यह ट्रायल चलेगा। ट्रायल सफल होने के बाद 15 जनवरी से इसे लागू करने की तैयारी चल रही है।

नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कसेगी नकेल 

कैमरों की मदद से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नकेल कसी जा सकेगी। चालान कटने का मैसेज वाहन मालिक के मोबाइल फोन पर आएगा। चालान आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकानाइजेशन (एएनपीआर) सीसीटीवी कैमरे से होंगे। कैमरे वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन कर चालक की ओर से किए यातायात उल्लंघन को रिकार्ड कर उसकी फोटो, उस दिन की तारीख व समय के साथ सीधे कंट्रोल रूम को भेज देंगे।

यहां से चालान होने का मैसेज वाहन मालिक के मोबाइल फोन पर आ जाएगा। बढ़ते ट्रैफिक को व्यवस्थित करने के लिए पुलिस यह व्यवस्था करने जा रही है। इसमें आटोमेटिक चालान सिस्टम इंस्टाल करने के साथ ही शिमला शहर के ट्रैफिक को रेगुलेट करने का भी खाका तैयार किया गया है। इस व्यवस्था के तहत शिमला में ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर चालान करने के लिए पुलिस की मौजूदगी की जरूरत नहीं होगी।

इस तरह काम करेगा सिस्टम

आटोमेटिक चालान सिस्टम के तहत सीसीटीवी कैमरे जहां गाडियों की पूरी पिक्चर लेंगे, वहीं इंफ्रारेड डिवाइस या सेंसर यह चेक करेंगे कि कोई गाड़ी ओवरस्पीड तो नहीं है। अगर कोई गाड़ी ओवरस्पीड है तो उस गाड़ी की नंबर प्लेट को रीड कर कंप्यूटराइज्ड तरीके से चालान तैयार होगा जोकि वाहन मालिक के मोबाइल नंबर पर चला जाएगा।

इसी तरह बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन को भी यह डिटेक्ट करेगा और चालान काटेगा। अगर कहीं ट्रैफिक लाइटें लगी हैं और कोई चालक ट्रैफिक लाइट को जंप करता है तो उसका चालान भी आटोमेटिक तरीके से होगा।

अभी चल रहा है ई-चालान सिस्टम

हिमाचल पुलिस ई-चालान सिस्टम लागू कर चुकी है। इसके तहत अभी तक पुलिस के जवान गाडियों का नंबर मशीन में फीड करते हैं। इससे उस गाड़ी की पूरी डिटेल पुलिस को मिलती है। इस तरह जिस नियम का उल्लंघन किया है उसके तहत गाड़ी का चालान कर दिया जाता है। इस तरह आटोमेटिक चालान के लिए ई-चालान जरूरी है जोकि शिमला में शुरू किया जा चुका है।

इन पर रहेगी पैनी नजर

बिगड़ैल वाहन चालकों की ओवरस्पीड ड्राइविंग, स्पीड बाइकिंग, बाइक स्टंट, हिट एंड रन, चेन स्नेचिंग जैसी घटनाओं पर 24 घंटे नजर रहेगी। शहर की सड़कों पर रात के समय कई वाहन चालक वाहनों को तेज गति से दौड़ाते हैं। इसमें यातायात उल्लंघन जैसे ओवरस्पीड, बिना हेलमेट, ट्रिपल राइडिंग, बिना सीट बेल्ट आदि पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा। पुलिस ने शहर में स्पीडो मीटर भी लगाए हैं।

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