हिमाचल के पूरे इतिहास में जितना कर्ज लिया गया, उसका आधा डेढ़ साल में ले चुकी है सुक्खू सरकार, जयराम ठाकुर का बड़ा हमला
Himachal News हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार प्रदेश के लोगों के साथ धोखा कर रही है। जिन गारंटियों के नाम पर वह सत्ता में आए प्रदेश के लोगों को वह दे नहीं पाए लेकिन पूर्व सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं को ही छीन लिया।
जागरण संवाददाता, शिमला। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार पूरी तरह से जनविरोधी काम कर रही है। जिन वादों के साथ कांग्रेस सत्ता में आई सारे काम उसके विपरीत किए जा रहे हैं।
तेजी से कर्ज लेना, लाखों परिवारों से सुविधाएं छीनना, उनके जीवन को संकट में डालना, हजारों की संख्या में संस्थान बंद करना सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल की उपलब्धि है।
उन्होंने कहा कि यदि सुक्खू सरकार के कार्यकाल का लेखा जोखा निकाला जाए तो यह प्रदेश के सबसे बुरे प्रदर्शन के तौर पर जाना जाएगा। जब प्रदेश तरक्की करने की बजाय पीछे चला गया। जहां विकास के एक भी काम नहीं हुए। सुक्खू के पूरे कार्यकाल में प्रदेश के विकास की गति शून्य रही।
जयराम ठाकुर ने कहा कि जितना कर्ज हिमाचल के पूरे इतिहास में लिया गया, उसका आधा कर्ज सुक्खू सरकार ने मात्र डेढ़ साल के कार्यकाल में ले चुकी है।
'तीस हजार करोड़ का कर्ज ले चुकी'
इसी गति से अगर पांच साल कर्ज लिए तो हिमाचल के आर्थिक स्थिति का क्या हाल होगा, यह कहना मुश्किल है। सुक्खू सरकार सत्ता में आने के बाद से लगभग तीस हजार करोड़ का कर्ज ले चुकी है। जब सरकार द्वारा हर दिन लोगों को मिलने वाली अत्यंत ही जरूरी सुविधाएं छीनी जा रही हैं।
सहारा जैसी पेंशन लोगों को मिल नहीं रही है। हिमकेयर से इलाज मिल नहीं मिल रहा है, बिजली पानी पर मिलने वाली सब्सिडी सरकार ने बंद कर दी है।
'लोगों को जवाब दें सीएम सुक्खू'
सड़क, पुल, नाले अस्पताल, स्कूल बन नहीं रहे हैं। सड़कों का मलबा तक साफ़ नहीं हो रहा है तो ऐसे में यह सवाल उठता है कि सरकार कर्ज में मिलने वाली धनराशि का कर क्या रही है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को प्रदेश के लोगों को यह बताना होगा।
'लोगों की सुविधाएं छीन रही सुक्खू सरकार'
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सुक्खू सरकार प्रदेश के लोगों के साथ धोखा कर रही है। जिन गारंटियों के नाम पर वह सत्ता में आए, प्रदेश के लोगों को वह दे नहीं पाए लेकिन पूर्व सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं को ही छीन लिया। क्या प्रदेश के राजस्व बढ़ाने के इसी तरीके की बात मुख्यमंत्री व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर कर रहे थे। क्या इसी तरह से राजस्व बढ़ाया जाएगा।