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प्रदेश में शिक्षकों की बायोमीट्रिक, बच्चों की ई संवाद एप पर लगेगी हाजिरी

राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षक व छात्रों की हाजिरी को लेकर शिक्षा निदेशालय सख्त हो गया है। विभाग ने शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचरियों के लिए बायोमीट्रिक हाजरी अनिवार्य की है। अब शिक्षकों की हाजरी का पूरा रिकार्ड भी आनलाइन रखा जाएगा।

By Anil ThakurEdited By: Richa RanaPublished: Mon, 28 Nov 2022 05:30 PM (IST)Updated: Mon, 28 Nov 2022 05:30 PM (IST)
सरकारी स्कूलों में शिक्षक व छात्रों की हाजरी को लेकर शिक्षा निदेशालय सख्त हो गया है।

शिमला,जागरण संवाददाता। राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षक व छात्रों की हाजिरी को लेकर शिक्षा निदेशालय सख्त हो गया है। विभाग ने शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचरियों के लिए बायोमीट्रिक हाजरी अनिवार्य की है। अब शिक्षकों की हाजरी का पूरा रिकार्ड भी आनलाइन रखा जाएगा। इसके लिए स्कूलों को ई संवाद एप के जरिए हाजिरी लगाने के निर्देश दिए हैं। हालांकि स्कूलों में हाजिरी रजिस्टर में भी लगेगी लेकिन ई संवाद एप पर भी इसका पूरा रिकार्ड होगा। यदि किसी की ई संवाद एप पर हाजिरी नहीं लगी तो रजिस्टर में भी गैर हाजरी ही लगाई जाएगी। ऐसा निर्देश निदेशालय की तरफ से जारी किया गया है। निदेशक उच्चतर शिक्षा डाअमरजीत शर्मा की तरफ से यह निर्देश जारी किए गए हैं।

बच्चा स्कूल है या नहीं अभिभावकों को पता चलेगा

शिक्षा विभाग ने दो साल पहले ई संवाद एप कार्यक्रम को लांच किया था। पहले कुछ स्कूलों में यह शुरू किया था इसके बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया गया। इसके तहत बच्चों की हाजरी, उन्हें मिलने वाले होमवर्क, उनका रिपोर्ट कार्ड अभिभावकों के साथ सांझा किया जाता है। अभिभावकों को भी इससे जोड़ा गया है। इसके लिए प्रत्येक स्कूल से ई संवाद प्रभारी बनाया गया है। अटेंडेस के साथ इस एप्प का ये भी फायदा है कि डाटा जमा करने के बाद छात्रों की प्रगति के बारे में संदेश अभिभावकों को भेजा जाएगा। हर जिला अधिकारी को सुबह 10:15 बजे तक छात्रों की हाजिरी भेजना जरूरी है।

छह तरह के एसएमएस की भी एप्प की सुविधा

ई-संवाद एप में हाजिरी के साथ कई अन्य फीचर हैं। अभिभावकों के साथ शिक्षकों का रोजाना सीधा संवाद हो जाता है। इसके जरिये छह तरह के संदेश भेजे जाएंगे। शिक्षकों द्वारा अभिभावकों को बच्चों की अनुपस्थिति, परीक्षा के आंकलन, पीटीएम, परीक्षा की सूचना, छुट्टियों की सूचना, होमवर्क नहीं करने की सूचना सहित बच्चों की खूबियों व कमियों से संबंधित एसएमएस भेजे जाते हैं।

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