Coronavirus: इटली से आया दंपती खुद पहुंच गया आइजीएमसी शिमला, सुबह गायब
Coronavirus इटली से शिमला लौटे दंपती टेस्ट करवाने आइजीएमसी शिमला पहुंचे उन्हें अस्पताल में रहने के लिए कहा गया था लेकिन वह सुबह होते ही गायब हो गये।
By Babita kashyapEdited By: Updated: Thu, 05 Mar 2020 08:20 AM (IST)
शिमला, जेएनएन। Coronavirus कोरोना वायरस को लेकर मचे बवाल के बीच इटली से शिमला लौटे दंपती ने मंगलवार रात इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (आइजीएमसी) शिमला पहुंच कर टेस्ट करवाने की इच्छा जताई। डॉक्टरों की टीम ने उन्हें जांचा और अस्पताल में ही रहने के लिए कहा। इसके बावजूद दंपती सुबह अस्पताल से गायब हो गया। दंपती को अस्पताल में न देख अस्पताल प्रशासन परेशान हुआ और फोन पर पुलिस के आलाधिकारी को इसकी सूचना दी गई। पुलिस के पास मामला जाने के बाद पुलिस ने प्रशासन से पूरी डिटेल मांगी तो थाना सदर के कर्मचारियों को इन्हें तलाशने का जिम्मा सौंपा गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बाद में दंपती को घर पर ही अपनी निगरानी में रखने का दावा किया है। सरकार ने स्वयं अस्पताल पहुंचने वाले दंपती की सही तरह से निगरानी न करने के मामले में अस्पताल प्रशासन को लताड़ लगाई है। दंपती के आने के बाद हड़कंप मच गया। ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने अस्पताल प्रशासन को इसकी सूचना दी। पूरी जानकारी लेने के बाद उन्हें अस्पताल में निगरानी में रखने का फैसला लिया। विभाग ने दोनों की देखभाल के लिए इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। आइजीएमसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जनकराज ने माना कि दो लोग इटली से 29 फरवरी को शिमला पहुंचे थे। इनमें किसी तरह के कोई लक्षण नहीं पाए गए।
कोरोना वायरस से निपटने के प्रबंधों की समीक्षामुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार शाम विधानसभा सत्र के समापन के बाद कोरोना वायरस से निपटने के लिए किए जा रहे प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रबंधों का नियमित आधार पर अपडेट दें। उन्होंने अभी तक किए गए प्रबंधों पर संतोष जताया। सभी जिलों में एन-95 मास्क और किट के उपलब्ध होने की जानकारी दी।
बीएड की परीक्षा देने पहुंची महिला, प्रशासन सतर्कइटली से लौटी महिला को अस्पताल प्रशासन की ओर से भीड़ वाले इलाकों से दूर रहने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद बीएड की परीक्षा देने के लिए वह निजी कॉलेज में पहुंची। इससे प्रशासन सतर्क हो गया है। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारियों ने दंपती से पूछताछ भी की है। प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भविष्य में कोई भी विदेशी नागरिक अस्पताल पहुंचता है तो इसे आइसोलेशन वार्ड में रखा जाए।
-आरडी धीमान, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्यविदेश से लौटी मां-बेटी टांडा अस्पताल में भर्तीडॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल टांडा में पालमपुर उपमंडल की दो महिलाओं को निगरानी में रखा गया है। मां-बेटी हाल ही में इटली के दौरे से लौटी हैं। दोनों को मंगलवार देर रात टांडा मेडिकल कॉलेज लाया गया है। चीन व इटली समेत कई देशों में कोरोना वायरस के चलते दोनों को अस्पताल में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में रखा है और इनके खून के सैंपल जांच के लिए पुणे भेजे हैं। रिपोर्ट 72 घंटे बाद आएगी। टांडा अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र ने इस बाबत पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि बेटी ने काउंसलिंग के दौरान डॉक्टरों को बताया है कि दिल्ली में एच-1एन-1 टेस्ट पॉजिटिव आया था तथा बाद में एच-1 एन-1 वायरस की दवा खाने से ठीक होने पर घर लौटी हैं। अस्तपाल के डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनकी जांच कर रही है। उधर, कोरोना की तैयारियों बाबत डीसी कांगड़ा राकेश प्रजापति ने मेडिकल कॉलेज के एमएस से की बैठक की और जानकारी मांगी। एमएस डॉ. सुरेंद्र ने बताया कि अस्पताल में 20 बिस्तर का प्रावधान किया है।
स्वाइन फ्लू का टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिवआइजीएमसी के आइसोलेशन वार्ड में कोरोना वायरस की जांच करवाने पहुंचे बिलासपुर के व्यक्ति की स्वाइन फ्लू की टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है। व्यक्ति की हालत स्थिर है। उसे हल्की खांसी और गले की खराश की शिकायत है। रिवालसर में कोरोना वायरस की अफवाह 22 लोगों के लिए गए ब्लड सैंपल
राज्यस्तरीय छेश्चू मेले में फैली कोरोना वायरस की अफवाह ने मंगलवार आधी रात को स्वास्थ्य विभाग की दौड़ करवाई। स्वास्थ्य विभाग की टीम रात को ही करीब 22 लोगों के ब्लड सैंपल की जांच की गई। इनमें किसी तरह की बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए। हाल यह है कि मेले में कृषि मंत्री के बाद वन मंत्री का कार्यक्रम भी रद हो गया। स्थानीय जनप्रतिनिधि ने भी इससे दूरी बनाए रखी। छेश्चू मेले में मंगलवार रात को सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान कोरोना वायरस फैलने की अफवाह उड़ी। अफवाह से इतना डर घर कर गया था कि कुछ श्रद्धालु घरों को लौट गए। इस बीच कई लोग मेडिकल स्टोर में मास्क खरीदते हुए दिखे। राज्यस्तरीय छेश्चू मेले का आगाज कृषि मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने करना था लेकिन उनका यहां आने का कार्यक्रम रद हो गया। अब वन मंत्री गोविंद ठाकुर का रिवालसर कार्यक्रम अचानक रद हो गया है। दो मंत्रियों के कार्यक्रम के रद होने पर बल्ह के विधायक इंद्र गांधी ने भी मेले शिरकत करना उचित नही समझा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रिवालसर के डॉक्टर लोकेंद्र पठानिया ने बताया कि किसी में कोरोना वायरस नहीं पाया गया।
दो मई तक तिब्बती स्कूल बंद कोरोना वायरस की दहशत के बीच निर्वासित तिब्बती प्रशासन ने आठवीं कक्षा तक के तिब्बती स्कूलों को बंद कर दिया है। ये स्कूल दो मई तक बंद रहेंगे। इन स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी विदेश में ही फंस गए हैं। दो माह की छुट्टियों के बाद विद्यार्थियों ने विभिन्न देशों से भारत आना था। इन स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी छुट्टियों के दौरान नेपाल, भूटान, थाईलैंड समेत अन्य देशों में चले जाते हैं। ये बच्चे जिला कांगड़ा व मंडी में निर्वासित तिब्बती सरकार की ओर से संचालित तिब्बतियन चिल्ड्रन विलेज (टीसीवी) स्कूलों में पढ़ाई करते हैं। ये स्कूल तीन मार्च से खुलने थे, लेकिन अब तीन मई को खुलेंगे।
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