Himachal news: नकली दवाओं के व्यापार का भंडाफोड़, मुख्य आरोपी गिरफ्तार; छह महीने से था फरार
नकली दवाओ की आपूर्ति करने वाला मुख्य आरोपित मोहम्मद इदरीश उत्तर प्रदेश निवासी को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह करीब छह महीने से पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहा था। इदरीश देशभर में नकली दवाओं की आपूर्ति करता था।(फाइल फोटो)
बद्दी, जागरण संवाददाता। राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने ट्राइजल फॉर्मूलेशन के नकली दवा मामले में सात महीनों से फरार चल रहे रॉ मटीरियल सप्लायर को धर दबोचने में सफलता हासिल की है। उन्होंने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मोहम्मद इदरीश गांव पिपली नायक जिला रामपुर उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। करीब छह महीने से पुलिस व विभाग उसकी तलाश कर रहे थे। इदरीश देशभर में नकली दवाओं की आपूर्ति करता था।
मोहित और इदरीश मिलकर करते थे नकली दवाओं का व्यापार
नंवबर 2022 में राज्य दवा नियंत्रक विभाग ने ट्राइजल फार्मा बद्दी से बड़ी मात्रा में नकली दवाएं बरामद की थी। इस मामले में पुलिस की सहायता से विभाग ने कंपनी के मालिक आगरा निवासी मोहित बंसल को गिरफ्तार किया था। मोहित बंसल यहां से नकली दवाएं आगरा भेजता था। मोहित बंसल के साथ पूरे कारोबार को इदरीश ही नियंत्रित करता था और उसको कच्चा माल भी उपलब्ध करवाता था। वह ओमेक्स कालोनी बद्दी में रहता था।
भारत के दूरदराज क्षेत्रों में फैलाया नकली दवाओं का व्यापार
पुलिस व विभाग ने मोहित से पूछताछ के आधार पर ओमेक्स स्थित कालोनी में कई बार दबिश दी थी लेकिन हर बार वह गायब पाया गया। इदरीश इतना शातिर था कि नकली दवाएं कुछ दिनों में पूरे भारत के दूरदराज क्षेत्रों में वितरित कर देता था। मोहित बंसल का काम सिर्फ बद्दी में दवाएं बनाना और आगे इदरीश को सौंपना था। इसकी एवज में मोहित को मोटी रकम मिलती थी। कुछ माल मोहित आगरा की दुकान पर भी ले जाता था।
कैसे किया नकली दवाओं का व्यापार?
राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने इदरीश की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। इदरीश मोहम्मद बद्दी में फार्मा से जुड़ा व्यापार करता था। उसे फार्मा उद्योग की तमाम बारीकियां पता थी। मोहित बंसल ने इसी का लाभ उठाया। सबसे पहले उसने परवाणू से उसके माध्यम से मशीनें खरीदी। उसके बाद इदरीश ही कच्चा माल उसे उपलब्ध करवाता था। परवाणू से पुरानी फार्मा मशीनें खरीदकर उसने ही मोहित बंसल की ट्राइजल फार्मा में स्थापित करवाई। इदरीश ही मोहित को आगरा व अन्य स्थानों पर माल भेजने के लिए फर्जी बिल उपलब्ध करवाता था।