Shimla Landslide: शिव मंदिर दर्शन करने गए मामा-भांजे का शव पांचवें दिन मलबे से निकाला गया, सर्च अभियान जारी
शिमला के शिव मंदिर भूस्खलन में मलबे को हटाकर लोगों की तलाश की जा रही है। सर्च ऑपरेशन के पांचवें दिन दो शव और बरामद हुए हैं। इनमें से एक शव मामा का है तो दूसरा भांजे का शव बताया जा रहा है। एक मृतक की पहचान शंकर नेगी निवासी शिमला के तौर पर हुई जबकि अविनाश शारीरिक शिक्षा शिक्षक थे।
By Gurpreet CheemaEdited By: Gurpreet CheemaUpdated: Sat, 19 Aug 2023 12:52 PM (IST)
शिमला, जागरण टीम। Shimla Shiv Mandir Landslide: शिमला में समरहिल क्षेत्र में शिवबाड़ी मंदिर में हुए भूस्खलन के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ की टीम ने मलबे से अब दो और शव बाहर निकाले हैं। एक मृतक की पहचान शंकर नेगी निवासी शिमला के तौर पर हुई, जबकि अविनाश शारीरिक शिक्षा शिक्षक थे।
दोनों रिश्ते में मामा-भानजा थे। समरहिल स्थित उच्च अध्ययन संस्थान (बालूगंज) के पास 14 अगस्त को बादल फटने के बाद आए मलबे से शिव मंदिर ध्वस्त हो गया था। अब तक हादसे में मृतकों की संख्या 16 हो गई है। स्थानीय पार्षद वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि मिसिंग रिपोर्ट के अनुसार अब पांच लोग ही लापता हैं।
700 मीटर नीचे नाले से ऊपर की ओर मलबा हटाने की कोशिश
उन्होंने बताया कि वीरवार शाम सर्च अभियान की रणनीति में बदलाव किया है। अब मंदिर से 700 मीटर नीचे नाले से ऊपर की ओर मलबा हटाया जा रहा है। अब पांच दिन बाद मलबे में किसी के जिंदा होने की उम्मीद कम है। भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और गृहरक्षकों के साथ स्थानीय लोग मलबा हटाने में जुटे हैं। सबसे बड़ी बाधा ढलानदार पहाड़ी का होना है, जहां नीचे नाले तक जेसीबी और दूसरी मशीनरी ले जाना संभव नहीं है। नाले में टनों के हिसाब के एकत्र मलबे को हटाना आसान नहीं है।आपदा से अब तक इतना हुआ नुकसान
प्रदेश में बाढ़, भूस्खलन के कारण अब तक 8,014 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया है। अब तक 335 लोगों की विभिन्न कारणों से मौत हो चुकी है। 2022 मकान पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए आंधी व वर्षा होने का यलो अलर्ट जारी किया है। कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।