Himachal News: विधानसभा अध्यक्ष पठानिया के खिलाफ बीजेपी विधायक की टिप्पणी पर हंगामा, निंदा प्रस्ताव पारित
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को अध्यक्ष कुलदीप पठानिया के खिलाफ भाजपा विधायक इंद्रदत्त लखनपाल की टिप्पणी पर जमकर हंगामा हुआ। संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने इस टिप्पणी के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया। दरअसल विधानसभा उपचुनाव के दौरान चुनावी जनसभा में कुलदीप पठानिया द्वारा की गई टिप्पणी से भाजपा विधायक नाराज थे और उनसे माफी की मांग कर रहे थे।
विधानसभा अध्यक्ष से इस्तीफे की मांग
भोजनावकाश से पहले लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के दौरान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा चुनावी जनसभा में की गई टिप्पणी से नाराज विपक्ष चाहता था कि वह सदन में माफी मांगें। प्रश्नकाल के तुरंत बाद इंद्रदत्त द्वारा प्वाइंट आफ ऑर्डर के तहत रखी बात पर हंगामा हो गया। पहले तो विपक्षी सदस्य सीट से खड़े होकर विरोध जताते रहे और बाद में सदन के बीच आकर नारेबाजी की।काली पट्टी बांधकर आए भाजपा विधायक
पठानिया ने जनसभा में विधायकों के बारे में जो कहा था उस पर हमारे सहयोगी विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने खेद प्रकट करने की मांग उठाई। कई विधायक फिर से जनता की अदालत से चुनकर आए हैं। इसलिए उन्होंने अध्यक्ष से खेद प्रकट करने की मांग की थी।
-जयराम ठाकुर, नेता प्रतिपक्ष।
सदन के अंदर नहीं लगा सकते बिल्ले
सरकार गिराने में असफल हुई भाजपा- चौहान
संसदीय कार्यमंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि आज कांग्रेस के विधायकों की संख्या 40 है और इतनी ही वर्ष 2022 में भी थी। यह सरकार मजबूत है और भाजपा ने इसे गिराने के जो प्रयास किए, वे विफल रहे। इंद्रदत्त लखनपाल ने जो बात सदन में कही, उसकी निंदा करते हैं। यह भी पढ़ें- 'मेरे घर की हो रही ड्रोन से निगरानी', जयराम ठाकुर के आरोपों CM सुक्खू का स्पष्ट जवाब- 'हमें जासूसी की जरूरत नहीं''कोई मुझे ही सिखाना चाहे तो मेरी उम्र सीखने की नहीं'
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि निंदा प्रस्ताव रखने के लिए वह हर्षवर्धन चौहान के आभारी हैं। सत्तापक्ष से ज्यादा समय विपक्ष के सदस्यों को मिला है। अब कोई मुझे ही सिखाना चाहे, तो मेरी यह उम्र सीखने की नहीं है। सदन में मैं चंद्र कुमार के बाद आया हूं। उन्होंने कहा कि अन्य सभी सदस्य जो यहां मौजूद हैं, मेरे बाद आए हैं। नियम के मुताबिक सदस्य मुझे सहयोग करें। वह कभी कोई मौका नहीं देंगे कि सदन के अंदर कोई गलत शब्द निकले। उन्हें यह मालूम है कि सदन के भीतर क्या कहना है और क्या नहीं।यह भी पढ़ें- सीएम सुक्खू ने दी चेतावनी, कहा- लूहरी, सुन्नी और धौलासिद्ध बिजली परियोजनाओं का अधिग्रहण कर सकती है सरकारविधानसभा अध्यक्ष ने सदन में यह बात नहीं कही थी। चुनावी सभा में पठानिया ने क्या गलत कह दिया। जो अपना ईमान बेच सकते हैं। यदि कानून के तहत उनके विरुद्ध कार्रवाई होती है तो क्या गलत है।
-सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुख्यमंत्री।