'बड़ी-बड़ी बातों से नहीं जीते जाते चुनाव... आपदा में कहां थीं कंगना?', विक्रमादित्य का बीजेपी प्रत्याशी पर पलटवार
हिमाचल प्रदेश में कंगना और विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है। अब लोक निर्माण मंत्री ने कंगना (Kangana Ranaut) को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि बड़ी-बड़ी बातों से चुनाव नहीं जीते जाते। मनाली में आपदा के समय कंगना ने कोई भी मदद नहीं की है। कभी सर्वर डाउन और पैसे ट्रांसफर न होने के बहाने लगाती रहीं।
जागरण संवाददाता, शिमला।Lok Sabha Election 2024: लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह (Vikramaditya Singh) ने कहा कि मंडी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत (Kangana Ranaut) खुद को हिमाचल की बेटी बता रही हैं। हिमाचल की 20 लाख और बेटियां हैं, जिन्होंने प्रदेश का नाम रोशन किया है।
कंगना ने आपदा में लोगों की सहायता भी नहीं की: विक्रमादित्य
खुद को हिमाचल की बेटी बताने वाली कंगना ने आपदा में एक भी पैसे की सहायता मनाली के लोगों की नहीं की। कभी सर्वर डाउन और पैसे ट्रांसफर न होने के बहाने लगाती रहीं। जारी बयान में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि उनके परिवार को किसी के प्रमाणपत्र की आवश्यकता नहीं है। वीरभद्र सिंह छह बार मुख्यमंत्री रहे।
कंगना ने एनडीए का किया अपमान: लोक निर्माण मंत्री
कंगना ने कांग्रेस की पूर्व सरकारों के साथ ही एनडीए की पूर्व वाजपेयी सरकार का भी अपमान किया है। उन्हें क्या कहा जा सकता है जो देश को 2014 के बाद ही आजाद हुआ मानते हैं। इस पर आरएसएस और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को चिंतन करने की आवश्यकता है।विक्रमादित्य बोले- होमवर्क सही से करें कंगना
बड़ी-बड़ी बातें करने से चुनाव नहीं लड़े जाते, उसके लिए धरातल पर काम करना पड़ता है। कंगना ने होमवर्क सही नहीं किया है। हिमाचल सरकार ने पहली मंत्रिमंडल बैठक में पुरानी पेंशन योजना बहाल कर दी है। यदि वह कुछ करना चाहती हैं तो केंद्र से हिमाचल के नौ हजार करोड़ रुपये दिलाए। चुनाव के लिए लोगों के बीच जाना पड़ता है।
जितनी रिटन स्क्रिप्ट दी जाती है उतना बोलती हैं कंगना: बुटेल
धर्मशाला उपचुनाव के सह प्रभारी एवं मुख्य संसदीय सचिव (सीपीएस)आशीष बुटेल ने कहा है कि कंगना रनौत को जितनी रिटन स्क्रिप्ट दी जाती है, वह सिर्फ वही बोलती हैं, इसके अलावा उनसे किसी जवाब की उम्मीद नहीं है। आशीष बुटेल धर्मशाला में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निजी स्वार्थ के लिए ही कांग्रेस के छह विधायकों ने पार्टी छोड़ी।यह भी पढ़ें: Himachal News: 'छोटे बच्चे को प्यार से कहते हैं पप्पू, कोई अपशब्द नहीं...', विक्रमादित्य के आरोपों पर बोलीं कंगना
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