Himachal Tourism: खराब हवा से राहत पाने के लिए पहाड़ों की ओर चले लोग, हिमाचल में बढ़ी टूरिस्टों की संख्या
हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार को पंख लगने लगे हैं। मैदानी इलाकों में खराब वायु गुणवत्ता से राहत पाने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों पर वायु शुद्ध और संतोषजनक है। होटलों में ऑक्यूपेंसी बढ़ रही है और पर्यटन कारोबार में तेजी आ रही है। देश के कई राज्यों से बड़ी संख्या में पर्यटक हिमाचल प्रदेश पहुंच रहे हैं।
यादवेन्द्र शर्मा, शिमला। देश के मैदानी क्षेत्रों में इन दिनों वायु की गुणवत्ता का स्तर खराब है, ऐसे में राहत के लिए पर्यटक पहाड़ों पर सैर के लिए पहुंच रहे हैं। मैदानी क्षेत्रों में अधिकतर जगह वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से 400 तक पहुंच गया है जो स्वास्थ्य के लिए खराब है। पहाडों पर वायु की गुणवत्ता शुद्ध और संतोषजनक है।
टूरिस्ट प्लेस की हवा शुद्ध और संतोषजनक
हिमाचल में बीते सप्ताह की अपेक्षा पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। होटलों में ऑक्यूपेंसी 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ी है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में पर्यटन कारोबार को पंख लगेंगे और पर्यटन कारोबार बढ़ेगा। हिमाचल के सभी पर्यटन स्थलों पर वायु शुद्ध और संतोषजनक है। हालांकि औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में वायु गुणवत्ता खराब है।
कई राज्यों से पहुंच रहे हैं पर्यटक
पर्यटक पर्यटन स्थलों पर आते हैं, जिसमें बद्दी शामिल नहीं है। बद्दी को छोड़ शेष स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 35 से 118 के बीच है जो निर्धारित मापदंड के आधार पर अच्छा और संतोषजनक है। प्रदेश में बीते सप्ताह होटलों में 40 से 50 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी थी जो बढ़कर शिमला में 55 से 60 और मनाली में 60 से 65 प्रतिशत तक दर्ज की गई है।
प्रदेश के विभिन्न पर्यटन स्थलों में इन दिनों राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, पंजाब व हरियाणा आदि राज्यों के पर्यटक पहुंच रहे हैं। पर्यटक बड़े होटल के अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा ठहरना पसंद कर रहा है। ऐसे में होम स्टे और बेड एवं ब्रेकफास्ट (बी एंड बी) में अधिक पर्यटक देखे जा रहे हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।5500 होटल व 900 होम स्टे पंजीकृत
हिमाचल में करीब 5500 होटल व 900 होम स्टे पंजीकृत हैं। इसके अतिरिक्त बिना पंजीकरण के भी काफी तादाद में होटल चल रहे हैं। पर्यटक शहरों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में रहना अधिक पसंद कर रहे हैं।यह भी पढ़ें- ब्यास नदी के ऊपर झूले में फंस गई थी महिला, पीड़ा देख अपनी जान खतरे में डाल चला गया जांबाज, हर तरफ बहादुरी की चर्चाहिमाचल में वायु गुणवत्ता सूचकांक
शहर | एक्यूआई |
शिमला | 45 |
धर्मशाला | 71 |
मनाली | 27 |
सुंदरनगर | 40 |
ऊना | 92 |
परवाणू | 118 |
पांवटा साहिब | 111 |
कालाअंब | 109 |
बद्दी | 319 |
नालागढ़ | 134 |