संजौली मस्जिद विवाद में नया मोड़, डीजीपी ने विदेशी हस्तक्षेप को बताया अफवाह; कहा- शरारती तत्वों की अब खैर नहीं
संजौली मस्जिद विवाद (Sanjauli Masjid Controversy) मामले को लेकर डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान डीजीपी ने कहा कि शिमला मस्जिद (Shimla Masjid Controversy) को लेकर हो रहा विवाद महज एक स्थानीय विवाद है। मामले को लेकर पुुलिस अपनी नजर बनाए हुए है। साथ ही उन्होंने अफवाह फैलाने वालों को चेतावनी भी दी है।
जागरण संवाददाता, शिमला। हिमाचल प्रदेश के डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने संजौली मस्जिद विवाद पर प्रेस कॉन्फ्रेंस जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस मामले पर एक बैठक हुई है। सभी संबंधित लोगों के साथ चर्चा हुई है। डीजीपी ने इसे एक स्थानीय विवाद बताया है , साथ ही कहा कि इस मामले में इंटेलिजेंस इनपुट लिया गया है। स्थिति पर पूरी नजर रखी है।
अफवाहों और शरारती तत्वों पर है नजर: डीजीपी
डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा ने कहा कि देश के भीतर दूसरे राज्यों से लोगों का आना-जाना चला रहता है। किसी एक मसले पर कोई शिकायत नहीं आई है। राज्य के अन्य जिलों में ऐसे मामले नहीं हैं, शिमला में ही ताजा मामला आया है।
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उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि एक ही जन्म तिथि पर दर्जनों आधार कार्ड बने हैं। इनकी कोई शिकायत नहीं मिली है। अफवाहों और शरारती तत्वों पर नजर रखी है। लोगों से अपील की है कि ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें। सामाजिक सरोकार शहर में बना रहे, इसके लिए पुलिस की ओर से पूरी तैयारी कर ली है।
लोगों से कानून हाथ में न लेने का किया आह्वान
जिला प्रशासन, पुलिस से लेकर नगर निगम शिमला के अधिकारी लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं। डीजीपी ने यह भी कहा कि शरारती तत्वों पर पुलिस की नजर है। इस मामले में किसी भी तरह का कोई विदेशी हस्तक्षेप नहीं है। डॉ. वर्मा ने अपील की है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और अगर किसी को कोई संदेह है तो पुलिस को शिकायत करें।उन्होंने कहा कानून की उल्लंघना करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही कहा कि जो लोग इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल करते हुए अफवाह फैला रहे हैं उन पर भी नजर रखी जा रही है।
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