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    Himachal News: पंचायत में बाइक पर 26 टन रेत-बजरी ढोने के कारनामे पर आया मंत्री का बयान, निलंबन नहीं बर्खास्तगी की तैयारी

    Updated: Wed, 06 Aug 2025 06:17 PM (IST)

    Himachal Pradesh News उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने सिरमौर जिले के रामपुर भारापुर पंचायत में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के आदेश दिए हैं। भाजपा प्रवक्ता बलबीर वर्मा ने रेत और रोड़ी की ढुलाई में अनियमितताओं और एक ही ठेकेदार के नाम पर दोहरे बिल जारी करने का आरोप लगाया था। मंत्री चौहान ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

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    हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री हर्षवर्धन चौहान।

    राज्य ब्यूरो, शिमला। Himachal Pradesh News, जिला सिरमौर के रामपुर भारापुर पंचायत में भ्रष्टाचार मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उद्योग मंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने कहा कि इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सचिवालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश की दूर दराज क्षेत्रों की पंचायतों में इस तरह की अनियमितता के मामले पहले भी आ चुके हैं।

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    भाजपा प्रवक्ता बलबीर वर्मा ने भ्रष्टाचार का यह मामला उठाया था। इस पर हर्ष वर्धन चौहान ने कहा कि यह कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच होगी दोषी चाहे जो भी हो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

    बता दें कि भाजपा प्रवक्ता बलबीर वर्मा ने आरोप लगाया था कि मोटरसाइकिल नंबर एचपी-71-5062 पर दो फेरों में 17.80 मीट्रिक टन और मोटरसाइकिल नंबर एचपी-71-6233 पर दो चक्कर में 8 मीट्रिक टन रेत रोड़ी की ढुलाई कर दी गई।

    विधायक ने आरटीआई से ली जानकारी

    उन्होंने आरटीआई से प्राप्त जानकारी को भी साझा किया था। साथ ही एक 945 किलो कैपेसिटी वाली गाड़ी एचपी-71-4878 मैं 21.70 मीट्रिक टन रोड़ी की ढुलाई की बात कही थी। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार केवल यही नहीं रुका एक ही प्रकार के दो-दो बिल एक ही ठेकेदार के नाम पर क्लियर कर दिए गए।

    पंचायती राज मंत्री से की है बात, बर्खास्तगी का प्रविधान करेंगे

    उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि पंचायतों में कार्यों पर निगरानी के लिए एक प्रक्रिया तय है। पंचायतों में पूर्व की सरकारों में भी इस तरह के मामले सामने आए हैं। कई अधिकारी इन कार्यों में संलिप्त पाए जाते रहे हैं। जांच के बाद उन्हें निलंबित किया जाता है और बाद में वह बहाल भी हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्री अनिरुद्ध सिंह से उन्होंने इसको लेकर विस्तृत चर्चा की है। इसमें प्रविधान किया जाएगा यदि कोई भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया जाता है तो उसे नौकरी से बर्खास्त किया जाए ताकि दोबारा कोई इस तरह का भ्रष्टाचार न करें।

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