Himachal Rains: नाहन में बादल फटने से तबाही, कई वाहन बहे; ग्रामीणों की फसलों और खेतों को भारी नुकसान
नाहन में बादल फटने से 10 बाइक दो कारें एक गौशाला सहित तीन पशु बह गए हैं। एक ट्रैक्टर और एक ट्रॉली बहने की सूचना है। जबकि एक परचून की दुकान में भारी मात्रा में पानी तथा मालवा भर गया। वहीं आयुष एग्रो कोऑपरेटिव सोसाइटी की वर्कशॉप में भारी मात्रा में पानी भर गया। जबकि कंडईवाला गांव के सुनील संदीप नरपत सहित कई किसानों के कई बीघा खेत बह गए।
By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Mon, 14 Aug 2023 08:14 AM (IST)
नाहन, जागरण संवाददाता: जिला सिरमौर में शनिवार देर रात से जारी बारिश रविवार पूरा दिन भर रुक रुक कर होती रही। सोमवार सुबह तक भी लगातार बारिश जारी है। बादल फटने से नाहन विधानसभा क्षेत्र के कंडईवाला में भारी तबाही से 50 बीघा जमीन बह गई है।
चारूवाला कटोला में एक महिला मलबे में दब गई है। महिला बिंदरो देवी पत्नी पालाराम निवासी कंडईवाला सेनवाला काम पर से वापस लौट रही थी, जोकि भूस्खलन की चपेट में आ गई। जिसकी तलाश ग्रामीण देर रात से कर रहे हैं।
कई वाहन बहे
बादल फटने से 10 बाइक, दो कारें, एक गौशाला सहित तीन पशु बह गए हैं। एक ट्रैक्टर और एक ट्रॉली बहने की सूचना है। जबकि एक परचून की दुकान में भारी मात्रा में पानी तथा मालवा भर गया। वहीं आयुष एग्रो कोऑपरेटिव सोसाइटी की वर्कशॉप में भारी मात्रा में पानी भर गया। जबकि कंडईवाला गांव के सुनील, संदीप, नरपत सहित कई किसानों के कई बीघा खेत बह गए। कंडईवाला में एक मैकेनिक की दुकान के बाहर से कई बाइक तथा दो कारे भी बह गए है।27 छात्र-छात्राएं की बस फंसी
संजय कुमार की दुकान में भारी मात्रा में मालबा भर गया। जबकि जोगवीर के दो बैल और एक गाय भारी बारिश से आई बाढ़ में बह गए। नरपत सिंह की ट्रैक्टर और ट्राली बह गया। जबकि आयुष एग्रो कोऑपरेटिव सोसाइटी की वर्कशॉप को बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है।वहीं खंड स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता सैनवाला से वापिस लौट रहे पालीयो, गुमटी, एसडीएम, बर्मा पापड़ी स्कूलों के 27 छात्र-छात्राएं की बस कंडईवाला में सड़क क्षतिग्रस्त होने से फंस गए थे। जिनको ग्रामीणों ने रेस्क्यू कर अपने घरों में शरण दे रखी है।
नाहन कोलावालाभूड़ भी बंद
भारी बारिश के कारण नाहन कोलावालाभूड़ भी बंद हो गया है। उधर जब ग्रामीणों ने भारी बारिश से हुए नुकसान की जानकारी एसडीएम, डीआरओ तथा डीसी को देनी चाहिए, तो किसी भी अधिकारी ने ग्रामीणों के फोन नहीं उठाए। तब ग्रामीणों ने मीडिया कर्मचारियों को गांव में भारी बारिश से हुए नुकसान की जानकारी दी। फिर मीडिया प्रतिनिधियों ने एसडीएम और डीसी को नुकसान की सूचना देनी चाहिए। तो मीडिया कर्मचारियों के फोन भी अधिकारियों ने नहीं उठाए।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।