Sirmaur: लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी का नाम 'World Book of Records London' में दर्ज, Asia Book of Records है पहले से ही नाम
राजगढ़ उपमंडल के लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी के चूड़ेश्वर लोक नृत्य संस्कृतिक मंडल व आसरा संस्था के कलाकारों ने वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन में भी नाम दर्ज कर लोक नृत्य के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड स्थापित किया है। जोगेंद्र हाब्बी ने बताया कि निदेशालय भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जिला सिरमौर में प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली लोकनृत्य प्रतियोगिताओं में लगातार दस बार प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
By Jagran NewsEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Sat, 04 Nov 2023 03:56 PM (IST)
संवाद सूत्र, राजगढ़। जिला सिरमौर के राजगढ़ उपमंडल के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी के चूड़ेश्वर लोक नृत्य संस्कृतिक मंडल व आसरा संस्था के कलाकारों ने इस बार वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन में भी नाम दर्ज कर लोक नृत्य के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक किर्तिमान स्थापित किया है।
राजगढ़ में लोक कलाकार जोगेंद्र हाब्बी ने बताया कि निदेशालय भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जिला सिरमौर में प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली लोकनृत्य प्रतियोगिताओं में लगातार दस बार प्रथम स्थान प्राप्त कर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स तथा एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स पहले ही दर्ज हो चुका है। अब वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज होना ऐतिहासिक क्षण है।
चूड़ेश्वर लोक नृत्य संस्कृतिक मंडल व आसरा संस्था के कलाकारों को मिला हर बार प्रथम पुरस्कार
आपको बता दें कि भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा जिला सिरमौर में वर्ष 2011-12 से आरंभ की गई लोक नृत्य प्रतियोगिताओं में जोगेंद्र हाब्बी के नेतृत्व एवं निर्देशन में चूड़ेश्वर लोक नृत्य संस्कृतिक मंडल व आसरा संस्था के कलाकारों ने प्रत्येक बार प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया।जिसके चलते जोगेंद्र हाब्बी का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन में दर्ज हो चुका है। जो जिला सिरमौर के लिए ही नहीं बल्कि प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
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जोगेंद्र हाब्बी ने इस वर्ल्ड रिकॉर्ड का श्रेय गुरु पद्मश्री विद्यानंद सरैक व सहयोगी कलाकारों को दिया
जोगेंद्र हाब्बी ने इस वर्ल्ड रिकॉर्ड का श्रेय अपने गुरु पद्मश्री विद्यानंद सरैक व सहयोगी कलाकारों को दिया और आसरा तथा चूड़ेश्वर मंडल के सभी कलाकारों का विशेष आभार व्यक्त किया। जिन्होंने लगातार मेहनत कर प्रथम पुरस्कार को अब तक लगातार बरकरार रखा। बारह वर्षों से आयोजित की जा रही इन प्रतियोगिताओं में लगभग साठ से अधिक लोक कलाकारों ने उनके नेतृत्व में लोक नृत्य प्रतिस्पर्धा में भाग लिया।
जिसमें उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित लोक कलाकार गोपाल हाब्बी, प्रदेश के जाने-माने लोक गायक रामलाल वर्मा व धर्मपाल चौहान और सरोज ने प्रत्येक प्रतियोगिता में भाग लेकर लगातार प्रथम स्थान बरकरार रखने में भरपूर सहयोग दिया।
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