Cement Plant: अंबुजा के रोड़ी प्लांट में सीमेंट का उत्पादन शुरू, लौट रहे कर्मचारी
Cement Plant अदाणी समूह के दाड़लाघाट के समीप रौड़ी प्लांट में उत्पादन प्रक्रिया शुरू हो गई है। अंबुजा कंपनी के प्लांट रौड़ी में शुक्रवार देर शाम को किल्लन बड़ी भट्टी को आग जलाकर गर्म करना शुरू कर दिया है।
By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Sun, 26 Feb 2023 02:37 PM (IST)
दाड़लाघाट, जागरण संवाददाता। अदाणी समूह के दाड़लाघाट के समीप रौड़ी प्लांट में शुक्रवार देर शाम को उत्पादन प्रक्रिया शुरू हो गई है। लेकिन अंबुजा सीमेंट कंपनी के दूसरे सीमेंट प्लांट सुल्ली में उत्पादन प्रक्रिया शुरू होने को अभी ओर समय लग सकता है।
अंबुजा कंपनी के प्लांट रौड़ी में शुक्रवार देर शाम को किल्लन बड़ी भट्टी को आग जलाकर गर्म करना शुरू कर दिया है।72 घंटे बाद यानी सोमवार को उत्पादन को शुरू करने की उम्मीद है। इसके अलावा 68 दिनों से चल रहे विवाद सुलझने के बाद ही माल ढुलाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी थी, फिलहाल कंपनी पड़े पुराने स्टॉक का ही ऑर्डर दाड़लाघाट की आठ परिवहन सभाओं को दिया जा रहा है। जबकि कंपनी के दूसरे प्लांट सुल्ली में किल्लन को चलाने को लेकर अभी कुछ दिन का समय और लग सकता है।
ऑर्डर में अभी कमी
जिला सोलन ट्रांसपोर्टर ट्रक ऑपरेटर कोऑपरेटिव सोसाइटी दाड़लाघाट (एसडीटीओ) के प्रधान जयदेव कौंडल ने बताया कि अंबुजा कंपनी दाड़लाघाट की आठ परिवहन सहकारी सभाओं को रोजाना ऑनलाइन ऑर्डर दे रही है, लेकिन प्लांट में पड़े स्टॉक का ही ऑर्डर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार देर शाम को ही किल्लन को गर्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है,अभी प्लांट में पूरी तरह से उत्पादन शुरू नहीं हो पाया है। जैसे ही उत्पादन शुरू हो जाएगा ढुलान कार्य पटरी पर लौट आएगा।किसानों की मदद कर रही अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन
बंगाणा, जागरण संवाददाता। अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन ग्रामीण स्तर के लोगों की आर्थिक स्थिति को सशक्त बनाने के लिए अहम भूमिका निभा रही है। फाउंडेशन द्वारा कुटलैहड़ क्षेत्र की 4 पंचायतों के 15 गांवों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ जमीनी स्तर पर सुदृढ़ किया जा रहा है। फाउंडेशन द्वारा 4 पंचायतों की 300 हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने की व्यवस्था कर दी गई है व एक वर्ष के भीतर 500 से अधिक हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने की व्यवस्था की जानी है। बता दें कि अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन व एचडीएफसी बैंक दोनों संस्थाएं मिलकर समाज कल्याण के कार्य कर रही है।
अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन द्वारा चार पंचायतों के कई गांवों में पेड़ों के पत्तों से पत्तल व डोने बनाने की मशीनों की स्थापना की गई है। कुटलैहड़ क्षेत्र की कई महिलाएं पत्तल व दोने बनाने का व्यवसाय कर रही हैं। इन मशीनों के द्वारा 100 से अधिक महिलाएं पत्तल व दोने बनाने का कार्य करके आत्मनिर्भर ही बन चुकी हैं। परियोजना के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले एक वर्ष के भीतर इन 15 गांवों की 250 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इसके लिए परियोजना के अधिकारी महिलाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ मशीनरी भी उपलब्ध करवा रहे हैं। इसके अतिरिक्त अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन द्वारा क्षेत्र के पशुपालकों से अब दूध एकत्रित करके हिमफेड मिल्क प्लांट के लिए भेजा जा रहा है।
क्षेत्र के थानाकलां, पनेड, खुरवांई में पशुपालकों की सुविधा के लिए दूध खरीद केंद्र खोले गए हैं व सभी पंचायतों में दूध आयात केंद्र खोलने की योजना है। इन दूध खरीद केंद्रों में फैट एनालाइजर के आधार पर गाय का दूध ₹40 से लेकर ₹65 तक व भैंस का दूध ₹50 से लेकर ₹80 तक खरीदा जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में पशुपालकों को शेयर होल्डर बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट से होने वाली आय को पशुपालकों के बीच बांटे जाने का प्रावधान परियोजना द्वारा किया गया है।
अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन द्वारा चार पंचायतों के स्कूलों में विद्यार्थियों को मिलने वाली सुविधाओं को भी सुधारा जा रहा है। परियोजना के अधिकारी स्कूलों का भ्रमण करके बच्चों को मिलने वाले पानी, शौचालय आदि की व्यवस्था पर भी खर्च कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति लगाव पैदा करने के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करवाया जा रहा है।
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