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Himachal के उद्योग जगत पर फिर छाए संकट के बादल, पंजाब के ड्राइवरों ने कमर्शियल वाहनों को रोकना किया शुरु

हिट एंड रन कानून के विरोध में हरियाणा व पंजाब के ड्राइवरों ने अब हिमाचल प्रदेश के कमर्शियल वाहनों को रोकना शुरु कर दिया है। हिमाचल के उद्योगों से माल लेकर वाहन लोड कर दिल्ली अंबाला जालंधर व रोपड रवाना हुए ट्रकों को पडोसी राज्यों के गुस्साए ड्राईवरों ने बार्डर से लौटा दिया। ट्रक व टेंपो को रोकने से बॉर्डर पर हिमाचली वाहनों की कतार लग गई है।

By Suneel Kumar Sharma Edited By: Nidhi Vinodiya Updated: Tue, 09 Jan 2024 10:43 PM (IST)
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पंजाब के ड्राइवरों ने कमर्शियल वाहनों को रोकना किया शुरु

रमेश राणा, बद्दी। हिट एंड रन कानून के विरोध में हरियाणा व पंजाब के ड्राइवरों ने अब हिमाचल प्रदेश के कमर्शियल वाहनों को रोकना शुरु कर दिया है। हिमाचल के उद्योगों से माल लेकर वाहन लोड कर दिल्ली, अंबाला, जालंधर व रोपड रवाना हुए ट्रकों को पडोसी राज्यों के गुस्साए ड्राईवरों ने बार्डर से लौटा दिया। ट्रक व टेंपो को रोकने से बॉर्डर पर हिमाचली वाहनों की कतार लग गई और वाहन अपने गंतव्य स्थानों पर नहीं पहुंच जाए, जिससे बद्दी बरोटीवाला व नालागढ़ के कारखानों को लाखों का नुकसान हो गया। 

हरियाणा और पंजाब के बॉर्डर पर रोके जा रहे ट्रक

पड़ोसी राज्यों के ड्राइवरों की इस कार्यवाही से बीबीएन का उद्योग जगत पूरी तरह अनभिज्ञ था, जिससे हिमाचल का उद्योग जगत पूरी तरह हिल गया। उद्यमियों डॉ उमा दत्त ने बताया कि उनकी कंपनी से दो टैंपो जालंधर व जीरकपुर भेजे थे। उनके जीरकपुर जाने वाले ट्रक को हरियाणा बार्डर के पास नानकपुर में रोक लिया गया वहीं माल लोड करके जालंधर जा रहे दूसरे मालवाह वाहन को पंजाब के घनौली में रोका गया। दोनो राज्यों में पुलिस प्रशासन ने इस संदर्भ में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। हरियाणा में भाजपा सरकार है तो पंजाब में आम आदमी पार्टी सत्तारूढ़ है। 

10 साल की सजा और 7 लाख का जुर्माना है

हमारे संवाददाता ने इस प्रकरण में बददी से सटे नानकपुर का दौरा किया और हरियाणा के चालकों से इस कृत्य बारे पूछा तो उन्होंने कहा कि हिट एंड रन केस में हमारे साथ अन्याय हो रहा है। हमारे उपर जो धाराएं लगाई जा रही है उसमें 10 साल की सजा व 7 लाख जुर्माना ठोका जाने की दंड सहिंता की धारा में प्रावधान किया गया है। यह मोदी सरकार का ड्राईवरों को तबाह करने का फैसला है जो कि बर्दाशत नहीं किया जा सकता। पूरे देश में रोष है और यह अफवाह फैलाई जा रही है कि इस कानून को वापिस लिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है और चोरी छिपे इस कानून को लागू कर दिया गया है। गुस्साए हरियाणा के चालकों ने कहा कि पूरे देश उनके साथ है, लेकिन बददी नालागढ़ के ड्राइवर व स्थानीय ट्रक व टैंपो यूनियन उनका साथ नहीं दे रहे है जिसके विरोध स्वरूप में हमने हिमाचल के ट्रकों को रोकने का निर्णय लिया। 

हाईवे जाम करने की दी धमकी

उन्होंने कहा कि आज हमने ट्रकों को रोका है और खाली ट्रकों को जाने दिया जा रहा है, लेकिन कल से हाईवे पूरी तरह जाम कर दिया जाएगा। उन्होमने हिमाचल के ट्रकों व टैंपो को आगाह किया कि वो कल बुधवार से हरियाणा होकर न आए वरना अंजाम ठीक नहीं होगा। वहीं दूसरी ओर एक कंपनी संचालक विपिन चौहान ने टैंपो रोकने की सारी शिकायत एसपी बद्दी को मेल भेजकर की है। वहीं लघु उद्योग संघ के प्रदेशाध्यक्ष अशोक कुमार राणा व महामंत्री अनिल मलिक ने बताया कि उनके पास भी पड़ोसी राज्यों के चालकों द्वारा हमारे ट्रकों को अवैध तौर पर रोकने की शिकायत आई है। 

उन्होंने कहा कि ट्रक चालकों को अगर कोई दिक्कत है तो उनको सरकार से लड़ना चाहिए और संघर्ष करना चाहिए न कि कानून अपने हाथ में लेकर तैयार माल को गंतव्य से पहुंचने में रोकना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा व पंजाब सरकारों को इस मसले पर खुलकर आगे आने चाहिए और कानून व्यवस्था को बनाए रखना चाहिए। वहीं थाना प्रभारी पिंजौर अजीत सिंह ने बताया कि उनके राज्य में ट्रक रोकने की शिकायत उनको नहीं मिली है फिर भी मैं इस विषय में जांच करुंगा।