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Himachal Weather: सोलन में 40 वर्षों में सामान्‍य से हुई 175 प्रतिशत अधिक बारिश, ठंडा रहा मई का महीना

Himachal Weather हिमाचल प्रदेश के सोलन में 40 वर्षों में सामान्‍य से 175 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। वहीं तापमान की बात करें तो पिछले 40 वर्षों में अधिकतम तापमान सामान्य से 10.3 प्रतिशत जबकि न्यूनतम 20 प्रतिशत कम रहा। इसलिए कहा जा सकता है कि मई ठंडा महीना रहा।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Mon, 05 Jun 2023 08:09 AM (IST)
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सोलन में 40 वर्षों में सामान्‍य से हुई 175 प्रतिशत अधिक बारिश, ठंडा रहा मई का महीना
सोलन, मनमोहन वशिष्ठ: सोलन जिला में इस बार मई माह में भी मेघ जमकर बरसे हैं। इससे जहां गर्मियों में लोगों को पेयजल की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ा, वहीं मई माह में सूर्य की तपिश भी धरती को खास नहीं तपा पाई। मौसम विभाग की मानें तो सोलन जिला में मई माह में करीब 24 सालों बाद भारी बारिश देखने को मिली है। हालांकि अन्य वर्षों में भी मई माह में अच्छी बारिश होती रही है।

सामान्य बारिश से 175 प्रतिशत अधिक बारिश हुई

डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विवि नौणी के विज्ञानियों के अनुसार 31 मई दोपहर दो बजे तक एक माह में 188.1 एमएम बारिश दर्ज की गई है। जो कि पिछले 40 वर्षों मई माह सामान्य बारिश से 175 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। वहीं तापमान की बात करें तो पिछले 40 वर्षों में अधिकतम तापमान सामान्य से 10.3 प्रतिशत जबकि न्यूनतम 20 प्रतिशत कम रहा। इसलिए कहा जा सकता है कि मई ठंडा महीना रहा।

अच्छी बारिश होने से जिला में विभिन्न नगदी फसलों और प्राकृतिक पेयजल स्त्रोतों के लिए भी संजीवनी साबित हुई है। शुक्रवार को जिला मुख्यालय का अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम 13 डिग्री सेल्सियस रहा।

लहसुन को छोड़ अन्य सभी फसलों के लिए बारिया अच्छी

नौणी विवि के पर्यावरण विज्ञान विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी डॉ. एमएस जांगड़ा ने बताया कि पिछले 40 वर्षों में सामान्य बारिश से 175 प्रतिशत अधिक बारिश मई माह में हुई है। उन्होंने कहा कि यह बारिश जहां जमीन में प्राकृतिक जल स्त्रोतों को रिचार्ज करने का काम करेगी, वहीं सभी तरह की फसलों के लिए भी बारिश अच्छी है।

केवल लहसुन की फसल के लिए बारिश नुकसानदायक हो सकती है, क्योंकि बारिश के कारण लहसुन की कलिया खुल जाती है, जिससे लहसुन खराब होने लगता है। अधिकांश क्षेत्रों में गेहूं की कटाई हो चुकी है। बारिश से खेतों को नमी भी मिल गई है।

ये रहा बारिश का आंकड़ा

माह                वर्ष                      बारिश

मई               1982                 242 एमएम

मई               1987                 307 एमएम

मई               1999              196.3 एमएम

मई               2016                 115 एमएम

मई               2017              100.8 एमएम

मई               2021              148.9 एमएम

31 मई          2023              188.1 एमएम

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