Kasauli: पर्यटकों और लोगों के लिए छावनी प्रशासन ने शुरू किए दो इलेक्ट्रिक वाहन, बनाना है इको फ्रेंडली वातावरण
कसौली की वादियों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के मकसद से कसौली छावनी प्रशासन एक नई पहल शुरू की है। कसौली में इको फ्रेंडली वातावरण बनाए रखने के लिए अब यहां बैटरीयुक्त इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाली गाडियां दौड़नी शुरू हो गई है। पिछले कई सालों से इसको लेकर छावनी प्रशासन प्रक्रिया कर रहा था।
संवाद सहयोगी, सोलन। पर्यटन नगरी कसौली की वादियों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के मकसद से कसौली छावनी प्रशासन एक नई पहल शुरू की है। कसौली में इको फ्रेंडली वातावरण बनाए रखने के लिए अब यहां बैटरीयुक्त इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाली गाडियां दौड़नी शुरू हो गई है। कसौली छावनी में शुक्रवार को इन दो इलेक्ट्रिक गाड़ियों को छावनी सीईओ प्रिया रानी ने दोनों गाड़ियों को पर्यटकों के लिए रवाना किया।
पिछले कई सालों से इसको लेकर छावनी प्रशासन प्रक्रिया कर रहा था। कसौली की सड़कों पर इसको लेकर गाड़ियों में सवारियों के साथ ट्रायल भी किए गए थे। 30 लाख के करीब रूपये से ये वाहन खरीदे गए हैं। यह वाहन कसौली की सड़कों पर लोगों व पर्यटकों की सुविधा के लिए चलेगी। इन गाड़ियों के चलने से जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं कसौली के वातावरण को भी दूषित होने से बचाया जा सकता है।
50 रुपये रहेगा एक तरफ का किराया
कसौली बस स्टैंड से मंकी प्वाइंट आवाजाही के लिए पर्यटकों व लोगों को महंगे दामों पर टैक्सियों का सहारा लेना पड़ता है। ऐसे में इलेक्ट्रिक पैसेंजर गाड़ियां लोगों को सुविधाजनक होगी, क्योंकि इसमें किराया भी कम होगा। इसमें एक व्यक्ति का किराया 50 रूपये होगा, वहीं गाड़ी की बुकिंग 200 में होगी। इलेक्ट्रिक गाडियां कसौली से मंकी प्वाइंट के बीच लोअर माल रोड़ पर चलेंगी। इसमें प्रति व्यक्ति किराया भी छावनी प्रशासन द्वारा आमजन को देखते हुए निर्धारित किया गया है।गौरतलब है कि पर्यटन सीजन में मंकी कसौली से मंकी प्वाइंट के बीच पर्यटकों का भारी जमावड़ा लग जाता है, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है। ऐसे में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के चलने से जहां जाम की स्थिति से निजात मिलेगी वहीं वातावरण भी प्रदूषण से खराब नही होगा। बस स्टैंड से लेकर मंकी प्वाइंट तक की दूरी तीन किमी है। पिछले साल से यहां पर छावनी प्रशासन द्वारा टैक्सियों की भीड़ को कम करने के लिए केवल पिक एंड ड्रॉप के साथ अनुमति देकर भेजा जा रहा है।
मंकी प्वाइंट हिल पर स्थित प्रसिद्ध संजीवनी हनुमान मंदिर है, जहां वर्ष भर पर्यटकों की भीड़ रहती है। मंकी प्वाइंट में एयर फोर्स स्टेशन होने के कारण टैक्सियों की भरमार से सेना वाहनों को भी आवाजाही में समस्या होती है। ऐसे में छावनी प्रशासन ने इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने का निर्णय लिया है।
राज्यसभा सदस्य केटीएस तुलसी ने दिए थे 30 लाख
जानकारी के अनुसार कसौली छावनी में इलेक्ट्रिक पैसेंजर वाहन चलाने के लिए राज्यसभा सदस्य केटीएस तुलसी ने अपनी सांसद निधि से 30 लाख साठ हजार की राशि इलेक्ट्रिक वाहन की खरीद के लिए डीसी सोलन के माध्यम से दी है। करीब चार साल पहले यह राशि छावनी प्रशासन को मिल चुकी थी। छावनी प्रशासन व स्थानीय लोगों की मांग पर केटीएस तुलसी ने राशि स्वीकृत की थी।
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