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Solan: हिमाचल का बद्दी बना नकली दवा उत्पादन का हब, अब तक पांच प्राइवेट कंपनियों पर लगा ताला

बद्दी औद्योगिक क्षेत्र नकली दवा उत्पादन का हब बन चुका है। अब तक यहां पर पांच कंपनियों को सील किया जा चुका है इनमें से चार कंपनियां तो बीते एक वर्ष में ही सील की गई हैं। जबकि नकली दवाइयों के उत्पादन में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Fri, 26 May 2023 04:50 PM (IST)
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हिमाचल का बद्दी बना नकली दवा उत्पादन का हब, अब तक पांच प्राइवेट कंपनियों पर लगा ताला
सोलन, जागरण संवाददाता : सोलन जिला का बद्दी औद्योगिक क्षेत्र नकली दवा उत्पादन का हब बन चुका है। अब तक यहां पर पांच कंपनियों को सील किया जा चुका है, इनमें से चार कंपनियां तो बीते एक वर्ष में ही सील की गई हैं। जबकि नकली दवाइयों के उत्पादन में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि नकली दवाइयों का उत्पादन करने वाले गिरोह के तार देश के कंई राज्यों से जुड़े हैं। अब तक इन मामलों में उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश तथा हरियाणा के उद्यमी व सप्लायर पकड़े जा चुके हैं। जानकारी के अनुसार पहला मामला 3 मार्च 2020 को सामने आया था।

कानपुर के थे आरोपित 

बद्दी की ग्लेनमार्क नाम की कंपनी द्वारा फूड लाइसेंस के नाम पर अंग्रेजी दवाइयों का उत्पादन किया जा रहा था। इस मामले में दो लोगों को पकड़ा गया था तथा दोनों ही आरोपित उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले थे। 2 सितंबर 2022 को बद्दी की आर्या फार्मा कंपनी में नकली दवाइयों के उत्पादन का मामला सामने आया था।

फूड लाइसेंस के नाम पर अंग्रेजी दवाइयों का उत्पादन

इस कंपनी के पास केवल फूड लाइसेंस था तथा बिना लाइसेंस के यहां पर अंग्रेजी दवाइयों के उत्पादन का गोरख धंधा चला हुआ था। इसके बाद बद्दी की ही ट्राईजल फार्मा व एक्लाईन फार्मा कंपनियों को सील किया गया। यह दोनों कंपनियां भी फूड लाइसेंस के नाम पर अंग्रेजी दवाइयों का उत्पादन कर रही थी।

आगरा में बेच देते थे दवाइयां

22 नवंबर 2022 को भी नकली दवाइयों का गोदाम बद्दी से बरामद किया गया था। इस मामले में पुलिस ने आगरा के रहने वाले मोहित बंसल व विनोद बंसल को पकड़ा था। यह दोनों आरोपित यहां पर एक गोदाम में नकली दवाइयों का उत्पादन नामी कंपनियों के नाम से करते थे तथा आगरा में बेच देते थे।

साईपर फार्मा की मालकिन हुई गिरफ्तार

इसके बाद 2 मार्च 2023 को वाराणसी में पुलिस ने सुनील नाम के एक व्यक्ति से नकली दवाइयां पकड़ी और पूछताछ के बाद पता चला कि इन दवाइयों का उत्पादन भी सोलन जिला के बद्दी में हुआ था। पुलिस ने इस मामले में कार्रवाही करते हुए 24 मई 2023 को साईपर फार्मा बद्दी की मालकिन रजनी भार्गव को गिरफ्तार किया है। रजनी भार्गव पंचकूला की रहने वाली हैं तथा यूपी के वाराणसी में नकली दवाइयों की सप्लाई कर रही थी।

तीसरे आरोपित को तलाश रही पुलिस

हालांकि साईपर फार्मा कंपनी के पास दवा उत्पादन का लाइसेंस है, लेकिन अधिक पैसे कमाने के चक्कर में रजनी भार्गव ने उत्तराखंड व आसान की फर्जी कंपनियों के नाम से दवाइयों का उत्पादन शुरू कर दिया। इस मामले में भी अब तक दो लोगों को पकड़ा जा चुका है तथा तीसरे आरोपित की भी हिमाचल व यूपी पुलिस को तलाश है।

राज्य दवा नियंत्रक नवनीत मरवाह ने बताया कि बीते एक वर्ष से विभाग बद्दी में सहित पूरे प्रदेश में सक्रिय रूप से काम कर रहा है तथा इस दौरान चार फार्मा कंपनियों को नकली दवाइयों के उत्पादन के आरोप में सील भी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि विभाग की यह मुहिम लगातार जारी है तथा नकली दवाइयों का उत्पादन करने वालों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा।

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