बचाव उपाय से आपदा नुकसान हो सकता है कम
जागरण संवाददाता, ऊना : उपायुक्त यूनुस ने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के आने का कोई भी समय निर्धारि
जागरण संवाददाता, ऊना : उपायुक्त यूनुस ने कहा कि किसी भी प्रकार की आपदा के आने का कोई भी समय निर्धारित नहीं होता है तथा आपदा कहीं भी व कभी भी आ सकती है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक व मानव निर्मित किसी भी आपदा आने की स्थिति में जानमाल की हानि कम से कम हो इसके लिए जरूरी है कि पहले ही योजनाबद्ध तरीके से सुरक्षा के उपाय अपना लिए जाएं। उपायुक्त बुधवार को बीआरसी भवन ऊना के सभागार में चार अप्रैल, 1905 में कांगड़ा में आए भूकंप की वर्षगांठ को लेकर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भूकंप एवं स्कूल सुरक्षा विषय पर स्कूलों के अध्यापकों के लिए आयोजित एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम एवं मॉकड्रिल के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सहित जिला ऊना विभिन्न प्रकार की आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील है तथा यहां भूकंप सहित बाढ़, भू-स्खलन, सुखा इत्यादि कई तरह की मानव निर्मित आपदाएं भी आ सकती हैं। ऐसे में ऐसी किसी भी आपदा से बचने के लिए लोगों में जागरूकता के साथ-साथ सुरक्षा के उपाए होना जरूरी हो जाता है। उन्होंने कहा कि जिला ऊना में किसी भी आपदा से निपटने के लिए जिला स्तर के अतिरिक्त अन्य छोटे-छोटे नगरों व कस्बों में भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इससे पहले जिला राजस्व अधिकारी विशाल शर्मा ने मुख्य अतिथि एवं इस कार्यशाला में भाग ले रहे विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य एवं अध्यापकों का स्वागत किया तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से आयोजित इस कार्यशाला व मॉकड्रिल के आयोजन बारे विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विशेषज्ञ मनोज कुमार ¨सह ने उपस्थित सभी अध्यापकों का विभिन्न आपदाओं से निपटने बारे विस्तृत जानकारी दी तथा इस दौरान अपनाए जाने वाले जरूरी टिप्स भी दिए। इस अवसर पर अग्निशमन अधिकारी एसके शर्मा ने भी आपदा के दौरान अग्रिशमन यंत्रों के रखरखाव व इस्तेमाल करने बारे जरूरी जानकारी दी। इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी विशाल शर्मा के अतिरिक्त उप निदेशक उच्च शिक्षा विपिन शर्मा, उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा हंसराज गुलेरिया, अग्निशमन अधिकारी एसके शर्मा, आइटी समन्वयक अजय बंसल, सतीश कुमार सैनी सहित विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्य व अध्यापक उपस्थित थे।