Himachal Politics: हिमाचल उपचुनाव में हार के बाद BJP करेगी मंथन बैठक, इन दो पूर्व मंत्रियों से आखिर क्यों किया किनारा?
हिमाचल प्रदेश उपचुनाव (Himachal By Election 2024) में मिली हार के बाद भाजपा ने मंथन बैठक होने वाली है। इस मीटिंग में भाजपा ने अपने दो मंत्रियों से किनारा किया है। दोनों ही मंत्रियों को बैठक में शामिल नहीं किया गया। इसके बाद से पार्टी में इस बात की चर्चाएं बढ़ गई हैं। भाजपा पार्टी को तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में एक ही सीट पर जीत मिली।
जागरण संवाददाता, ऊना। प्रदेश में हुए उपचुनाव (Himachal Vidhansabha Chunav 2024) में मिली हार के मंथन को लेकर ऊना में हो रही दो दिवसीय कार्यसमिति मंथन बैठक में भाजपा ने प्रदेश के दो पूर्व मंत्रियों को इस बैठक में नहीं बुलाया है। इस बैठक में लोकसभा व विधानसभा के उपचुनावों को लेकर मंथन किया जाना है। जबकि इसमें प्रदेश भर से 1000 नेता व कार्यकर्ता शामिल होंगे।
पूर्व मंत्री रमेश धवाला को नहीं दिया गया बैठक का निमंत्रण
भाजपा ने पूर्व मंत्री रमेश धवाला को बैठक में निमंत्रण नहीं दिया है। जबकि देहरा से प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री रविन्द्र रवि को 19 जुलाई को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली बैठक में बुलाया गया है।
बड़सर के पूर्व विधायक को भी नहीं मिला निमंत्रण
बड़सर के पूर्व विधायक बलदेव शर्मा को नहीं बुलाया है। जबकि लाहौल स्पीति के पूर्व मंत्री राम लाल मार्कण्डेय, पूर्व राज्यसभा सांसद कृपाल परमार, धर्मशाला से राकेश चौधरी, नालागढ़ से हरप्रीत सिंह सैनी को भाजपा पहले से निष्कासित कर चुकी है। ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि इस बैठक में रमेश धवाला अनुशासनात्मक कार्यवाई हो सकती है।यह भी पढ़ें: Himachal News: 'हिमाचल में भी अग्निवीरों को दिया जाए 10 फीसदी आरक्षण', BJP सांसद सुरेश कश्यप की सुक्खू सरकार को सलाह
बैठक में न बुलाने का ये है कारण
निमंत्रण न देने का सीधा कारण चुनावों में भाजपा प्रत्याशी का समर्थन न करना है। इस दो दिवसीय बैठक में भाजपा की तरफ से हाल ही में भाजपा प्रत्याशी उपचुनाव लड़ने वाले भी सभी प्रत्याशी बुलाए गए है।
पहले दिन बैठक की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल करेंगे। इस बैठक में राष्ट्रीय संगठन मंत्री सौदान सिंह, पूर्व मंत्री व हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर , नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा प्रभारी श्रीकांत शर्मा व सह प्रभारी संजय टंडन मौजूद रहेंगे।यह भी पढ़ें: Himachal News: हिमाचल में छात्रों के लिए जरूरी खबर, इन स्कूलों में एक अगस्त से शुरू होंगे एग्जाम; पढ़ें डेटशीट
वहीं, पूरे विषय पर पूर्व मंत्री रमेश धवाला ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व को अब भी समझ नहीं आई तो कभी भी नहीं आएगी। कार्यकर्ताओं की अनदेखी ही सबसे बड़ा हार का कारण है और अब इस बैठक में न बुलाना बेहद दुखद है।
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