उपायुक्त ने जांची औषधीय पौधों की पैदावार
जुलाई में संजीवनी परियोजना के तहत रोपे गए औषधीय पौधों का उपायुक्त राघव शर्मा ने निरीक्षण किया।
By JagranEdited By: Updated: Mon, 08 Nov 2021 04:36 PM (IST)
संवाद सहयोगी, ऊना : जुलाई में संजीवनी परियोजना के तहत रोपे गए औषधीय पौधों का उपायुक्त राघव शर्मा ने सोमवार को पंचायत बेहड़ जस्वां में निरीक्षण किया। यहां ढाई हेक्टेयर भूमि पर मनरेगा के माध्यम से सहजन व अश्वगंधा के 72,700 पौधे रोपे गए हैं, जिससे 21 लाभार्थियों को लाभ मिला है। उन्होंने खेतों में जाकर पौधों की पैदावार देखी और संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि मनरेगा के माध्यम से 14.50 लाख रुपये खर्च कर पंचायत बेहड़ जस्वां में औषधीय पौधे लगाए गए हैं। किसानों ने खाली पड़ी भूमि पर औषधीय पौधे लगाए और उन्हें खेतों में काम करने की दिहाड़ी भी मनरेगा के माध्यम से दी गई। अधिकतर किसानों ने मनरेगा के तहत 100 दिन से अधिक कार्य दिवस अर्जित किए हैं। कुछ माह में ही अश्वगंधा की फसल तैयार हो गई है, जिसे आरसीएफसी जोगेंद्रनगर और स्थानीय उद्यमी रीवा सूद के माध्यम से बेचा जाएगा। राघव शर्मा ने कहा कि अश्वगंधा के बीज, पत्तियां तथा जड़ का उपयोग आयुर्वेदिक दवा बनाने में किया जाता है, जबकि सहजन के पौधे का भी औषधीय प्रयोग है। उपायुक्त ने लाभार्थी किसानों से बातचीत भी की और उनके अनुभव जाने। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों की खेती लाभ का सौदा है, जिसमें किसान कम मेहनत व कम समय में अधिक फायदा ले सकते हैं। इन पौधों को जंगली जानवर भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और इससे किसान आमदनी बढ़ा सकते हैं। किसान मेहनत करें व जिला प्रशासन उनकी हर प्रकार से मदद करने के लिए हमेशा तत्पर है। पंचायत बेहड़ जस्वां के साथ जिला में अन्य स्थानों पर भी किसानों के समूह बनाकर औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर डीसी के साथ पीओ डीआरडीए संजीव ठाकुर, आयुष विभाग के नोडल अधिकारी डा. नरेश व रीवा सूद सहित अन्य उपस्थित रहे।
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