Mosque Controversy: पंचायत में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं, फिर क्यों बना मस्जिद? हिमाचल में एक और मस्जिद को लेकर घमासान
हिमाचल में इन दिनों अवैध मस्जिदों को लेकर जमकर विवाद हो रहा है। इस बीच ऊना के बसोली पंचायत में पीरनिगाह के पास बन रही मस्जिद को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों और हिंदू संगठनों ने प्रशासन को मस्जिद के ढांचे को गिराने के लिए एक सप्ताह का समय दिया था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
संवाद सहयोगी, ऊना। धार्मिक स्थल पीरनिगाह के समीप सराय के नाम पर बनाई जा रही मस्जिद को लेकर शुरू हुआ विवाद गहराता जा रहा है। बसोली पंचायत के ग्रामीणों व अन्य हिंदू संगठनों ने मस्जिद के ढांचे को गिराने के लिए सात दिन का समय दिया था, लेकिन प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई न करने पर ग्रामीणों ने रोष जताया है।
23 सितंबर को ग्रामीणों ने हिंदू संगठनों के साथ मिलकर ढांचे को गिराने के लिए जिला प्रशासन को एक सप्ताह का समय दिया था, लेकिन अल्टीमेटम खत्म होने के बाद भी इस मसले पर कोई कार्रवाई न होते देख शुक्रवार को ग्रामीण एक बार फिर उपायुक्त कार्यालय पहुंचे।
ग्रामीणों ने की जांच की मांग
ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल की अगुआई कर रहे पूर्व सैनिक जोगिंदर सिंह बिंद्रा व अनिल कुमार ने कहा कि उनकी पंचायत क्षेत्र में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है। ऐसे में इस जगह पर मस्जिद का निर्माण किस उद्देश्य से किया गया है, इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए। अब इस जगह पर बड़ी संख्या में बाहरी लोगों का आना-जाना शुरू हो चुका है।यह भी पढ़ें- संजौली मस्जिद विवाद: कल होगी सुनवाई, हिंदू संगठन बोले- हक में नहीं आया फैसला तो होगा जेल भरो आंदोलन
स्थानीय लोगों के लिए यह बड़ा खतरा हो सकता है। प्रशासन को कोई भी अप्रिय घटना होने से पहले स्थिति को संभालना होगा। उन्होंने प्रशासन पर इस मामले में ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि गांव वासियों का धैर्य जवाब दे रहा है और आक्रोशित ग्रामीण किसी भी समय मस्जिद का ढांचा गिरा सकते हैं।
स्थानीय लोगों के लिए यह बड़ा खतरा हो सकता है। प्रशासन को कोई भी अप्रिय घटना होने से पहले स्थिति को संभालना होगा। उन्होंने प्रशासन पर इस मामले में ढिलाई बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि गांव वासियों का धैर्य जवाब दे रहा है और आक्रोशित ग्रामीण किसी भी समय मस्जिद का ढांचा गिरा सकते हैं।
क्या है पूरा मामला?
बसोली पंचायत में वर्ष 2015 में तत्कालीन प्रधान शाम कुमार ने पीरनिगाह के समीप सराय बनाने के लिए धारा-118 के तहत भूमि खरीदी और सराय बनाने के लिए धरवासड़ा गांव के व्यक्ति को पावर आफ अटार्नी दी। उस व्यक्ति ने पावर आफ अटार्नी का दुरुपयोग करते हुए वर्ष 2021 में कोरोना काल में निर्माण कार्य शुरू किया और बाद में धीरे-धीरे इसे मस्जिद का रूप दे दिया। इसके विरोध में गांव वासियों व हिंदू संगठनों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग उठाई।
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-जतिन लाल, उपायुक्त, ऊना।